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भागलपुरः गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, लोग सड़क पर रहने को मजबूर - गंगा में लगातार जलस्तर वृद्धि

भागलपुर में बाढ़ का पानी गांवों के साथ-साथ घरों में घुस गया है. इसकी वजह से लोग अपने छत पर मवेशियों के साथ जिंदगी गुजारने को मजबूर हैं. सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की सहायता नहीं पहुंचाई गई है.

भागलपुर में बाढ़
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Published : Sep 29, 2019, 7:11 PM IST

भागलपुरः गंगा में लगातार जलस्तर बढ़ोतरी से बाढ़ का पानी जिले समेत कई इलाकों में प्रवेश कर गया है. इससे गांव के लगभग 2 लाख लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. साथ ही साथ लगातार हो रही बारिश से गंगा खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जो हाई फ्लड लेवल से सिर्फ 48 सेंटीमीटर नीचे है.

गांव और घरों में बाढ़ का पानी घुस जाने से लोग सड़कों पर जीवन-यापन करने को मजबूर हैं. लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिल पाई है.

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गांव में घुसा बाढ़ का पानी

विभागाध्यक्षों को अलर्ट रहने का निर्देश
सरकार की पहल पर फरक्का बराज के कुछ दरवाजों को खोला गया था. जिससे गंगा के जलस्तर में कुछ कमी आ सके. लेकिन फरक्का बराज को खोलने के बाद भी जलस्तर में कोई कमी देखने को नहीं मिली. वहीं, लगातार बारिश से नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बिगड़ते हालात को देखते हुए जिलाधिकारी ने 72 घंटों के लिए अलर्ट जारी कर सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है. वहीं दूसरी ओर सभी विभाग के विभागाध्यक्षों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है.

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बाढ़ से घिरा गांव

पीड़ितों की दलील
पीड़ितों का कहना है कि बाढ़ का पानी गांवों के साथ-साथ घरों में घुस गया है. इसकी वजह से लोग अपने छत पर मवेशियों के साथ जिंदगी गुजारने को मजबूर है. वहीं कुछ लोग एनएच 80 पर अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं. लोगों का कहना है कि यहां सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की सहायता नहीं पहुंचाई गई है. लगातार हो रही बारिश ने जिंदगी को मुश्किल बना दिया है.

पेश है रिपोर्ट

क्या हैं इनका कहना?
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि गंगा के वाटर फ्लोर को कंट्रोल करने और वाटर लेवल को मेंटेन करने के लिए फरक्का के विनय गेटों को खोला गया था. इसके बाद भी गंगा का जलस्तर घटने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे कमी की उम्मीद जताई है. साथ ही बाढ़ पीड़ितों तक राहत और बचाव कार्यों को पहुंचाने की बात कही है.

भागलपुरः गंगा में लगातार जलस्तर बढ़ोतरी से बाढ़ का पानी जिले समेत कई इलाकों में प्रवेश कर गया है. इससे गांव के लगभग 2 लाख लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. साथ ही साथ लगातार हो रही बारिश से गंगा खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जो हाई फ्लड लेवल से सिर्फ 48 सेंटीमीटर नीचे है.

गांव और घरों में बाढ़ का पानी घुस जाने से लोग सड़कों पर जीवन-यापन करने को मजबूर हैं. लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिल पाई है.

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गांव में घुसा बाढ़ का पानी

विभागाध्यक्षों को अलर्ट रहने का निर्देश
सरकार की पहल पर फरक्का बराज के कुछ दरवाजों को खोला गया था. जिससे गंगा के जलस्तर में कुछ कमी आ सके. लेकिन फरक्का बराज को खोलने के बाद भी जलस्तर में कोई कमी देखने को नहीं मिली. वहीं, लगातार बारिश से नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बिगड़ते हालात को देखते हुए जिलाधिकारी ने 72 घंटों के लिए अलर्ट जारी कर सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है. वहीं दूसरी ओर सभी विभाग के विभागाध्यक्षों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है.

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बाढ़ से घिरा गांव

पीड़ितों की दलील
पीड़ितों का कहना है कि बाढ़ का पानी गांवों के साथ-साथ घरों में घुस गया है. इसकी वजह से लोग अपने छत पर मवेशियों के साथ जिंदगी गुजारने को मजबूर है. वहीं कुछ लोग एनएच 80 पर अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं. लोगों का कहना है कि यहां सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की सहायता नहीं पहुंचाई गई है. लगातार हो रही बारिश ने जिंदगी को मुश्किल बना दिया है.

पेश है रिपोर्ट

क्या हैं इनका कहना?
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि गंगा के वाटर फ्लोर को कंट्रोल करने और वाटर लेवल को मेंटेन करने के लिए फरक्का के विनय गेटों को खोला गया था. इसके बाद भी गंगा का जलस्तर घटने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे कमी की उम्मीद जताई है. साथ ही बाढ़ पीड़ितों तक राहत और बचाव कार्यों को पहुंचाने की बात कही है.

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बाढ़ का कहर सरकार बेखबर फरक्का बराज खोलने के बाद भी नहीं घटा गंगा का जलस्तर बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें

भागलपुर समेत कई इलाकों में गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है साथ ही साथ लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है जोकि हाईएस्ट फ्लड लेवल से सिर्फ 48 सेंटीमीटर नीचे है सरकार के पहल पर फरक्का बराज के कुछ दरवाजों को खोला गया था ताकि गंगा का जलस्तर में कुछ कमी आ सके लेकिन फरक्का बराज को खोले जाने के बाद भी भागलपुर मैं गंगा के जलस्तर में कोई कमी नहीं देखने को मिल रही है और ठीक इसके विपरीत गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है जो कि खतरे के निशान से लगभग 56 सेंटीमीटर ऊपर है वहीं मौसम विभाग के द्वारा जारी किए गए अलर्ट को आधार बनाकर भागलपुर के जिला पदाधिकारी ने भी अगले 72 घंटों के लिए अलर्ट जारी कर सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं वहीं दूसरी तरफ सभी विभाग के विभागाध्यक्ष को अलर्ट रहने के निर्देश जिला पदाधिकारी ने जारी कर दिया है।


Body:भागलपुर जिला पदाधिकारी के मुताबिक गंगा के वाटर फ्लोर को कंट्रोल करने के लिए और वाटर लेवल को मेंटेन करने के लिए फरक्का के विनय गेटों को खोलने के लिए सरकार की तरफ से पहल की गई थी लेकिन उसके बाद भी गंगा का जलस्तर घटने का नाम नहीं ले रहा है आज ईटीवी भारत की टीम नाथ नगर के नए बाईपास के पास स्थित पुरानी सराय बिहारीपुर जैसे कई गांव जलमग्न हो गए हैं वहां से निकलने का संपर्क पथ पर लगातार पानी का बहाव जारी है जिसकी वजह से लोग अपने छत पर ही मवेशियों को लेकर जिंदगी गुजारने को मजबूर है इन इलाकों में सरकारी सहायता अभी तक नहीं पहुंच पाई है बगैर सहायता के ही बड़ी मुश्किल हालात में बाढ़ पीड़ितों की जिंदगी गुजर रही है ।


Conclusion:अब लोग हाथ जोड़कर भगवान को कह रहे हैं गंगा मैया को कह रहे हैं वापस लौट जाओ बहुत कष्ट हो गया लेकिन गंगा धीरे-धीरे और विकराल रूप लेती जा रही है और लगभग दो लाख के आसपास लोगों के जनजीवन को प्रभावित कर चुकी है पूरे भागलपुर जिले में लगभग 73 पंचायत हैं जिसमें बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है और यह सभी इलाके पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं कई जगह पर बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जिस का संचालन भागलपुर का जिला प्रशासन कर रहा है और रसोई भी बनाई गई है बाढ़ पीड़ितों को खाना बना कर दिया जा रहा है । लेकिन जो बाढ़ पीड़ित एनएच 80 पर अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं उन्हें फिलहाल अभी तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिल पाई है उनकी जिंदगी और भी मुश्किल हो गई है क्योंकि काफी मुश्किल से वह लोग सड़क पर प्लास्टिक सीट का शेड बनाकर रह रहे थे लेकिन लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से तबाह कर दिया है बहुत मुश्किल भरे हालात में पूरे परिवार और मवेशियों की जिंदगी गुजर रही है । जिला पदाधिकारी ने गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे कमी की उम्मीद जताई है और राहत एवं बचाव कार्यों को बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाने की बात कही है ।

पीटीसी एंड वाकथ्रू
बाइट:बाढ़ पीड़ित
बाइट:प्रणव कुमार ,जिला पदाधिकारी ,भागलपुर
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