भागलपुर: गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण जिले के पीरपैंती प्रखंड में कटाव तेज हो गया है. कटाव निरोधी कार्य में भी परेशानी हो रही है. टपुआ और रानी दियारा इलाके में लोग कटाव और बाढ़ की समस्या को लेकर काफी डरे हुए हैं.
बता दें कि रानी दियारा के सिमरिया टोला में कन्या पाठशाला तक कटाव हो गया है. वहीं, गांव में बना एक सरकारी चबूतरा भी कटाव की चपेट में आने वाला है. गांव का हिस्सा लगातार नदी में समाता जा रहा है. साथ ही बता दें कि नदी की दूसरी तरफ के एरिया में भी पानी भर जाने के कारण जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग के सामने अब बालू उठाव की समस्या हो गई है. नदी के दूसरी तरफ से बालू लाकर कटाव निरोधी कार्य किए जाते थे.
प्रखंड राहत अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक आयोजित
अंचलाधिकारी नागेंद्र कुमार ने बताया कि 4 जुलाई को ही प्रखंड राहत अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक हुई थी. जिसमें सभी पंचायत के मुखिया को अपने-अपने पंचायत में अनुश्रवण समिति की बैठक कर बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव की सूची तैयार करने को कहा गया है. उस सूची को प्रखंड अनुश्रवण समिति की साइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है, ताकि बाढ़ के समय प्रभावित परिवार को समय पर सहायता राशि दी जा सके. क्योंकि पिछले साल बाढ़ के समय गलत खाता संख्या और एक ही परिवार से कई लोगों के नाम होने के कारण लोगों को राशि मिलने में काफी परेशानी हुई थी.
बाढ़ प्रभावित गांव के लिए नाव की व्यवस्था
इसके साथ ही नागेंद्र कुमार ने बताया कि पिरपैंती के 14 पंचायतों में बाढ़ के दौरान प्रभावित लोगों की सहायता के लिए अंचल स्तर पर कार्य योजना तैयार कर लिया गया है. कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी गई है. जहां 3 शिफ्टों में कर्मचारी को तैनात किया गया है. बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव के लोगों के लिए सात नाव और 20 कम्युनिटी किचन के लिए स्थान का चयन कर लिया गया है.