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अच्छी खबर: भागलपुर एयरपोर्ट शुरू करने को लेकर बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया- हम इस पर विचार करेंगे

बिहार के भागलपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट्स के उड़ान भरने को लेकर डिमांड लगातार जोर पकड़ती जा रही है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी यूजर्स एयरपोर्ट शुरू करने की मांग कर रहे हैं. इस पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री (Union Aviation Minister) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सकारात्मक जवाब दिया है. पढ़िए पूरी खबर..

bhagalpur airport news
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Published : Sep 13, 2021, 6:31 PM IST

Updated : Sep 13, 2021, 6:57 PM IST

भागलपुर: भागलपुर (Bhagalpur Airport) से हवाई सेवा शुरू करने की मांग को लेकर लगातार मांग उठती रही है. हाल के दिनों में हवाई सेवा शुरू करने को लेकर भागलपुर के युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से ट्विटर पर ट्रेंड शुरू किया था. अब इसका असर भी दिखने लगा है. ट्विटर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के जवाब के बाद भागलपुर से हवाई सेवा शुरू होने की संभावना और प्रबल हो गई है.

यह भी पढ़ें- पटनावासियों के लिए खुशखबरी: पटना एयरपोर्ट से प्रतिदिन 100 विमान भरेंगे उड़ान, शेड्यूल जारी

दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक यूजर के ट्विटर का जवाब देते हुए कहा कि हम आप की मांगों पर गौर कर रहे हैं. ऐसे में संभावना है कि भागलपुर से हवाई सेवा जल्द शुरू होगी. गौरतलब है कि भागलपुर एयरपोर्ट पर हवाई पट्टी बनी हुई है और यहां उड्डयन मंत्रालय की जमीन है. ऐसे में भागलपुरवासी लगातार यहां से हवाई सेवा शुरू कराने की मांग कर रहे हैं. भागलपुर में लंबे समय से हवाई जहाज के परिचालन को लेकर मांग उठ रही है.

देखें वीडियो

सड़क से लेकर सदन तक और इंटरनेट मीडिया पर हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार की बात कही जा रही है. विपक्षी पार्टियां भी इस मामले पर समय-समय पर आवाज उठाती रही हैं. हाल फिलहाल में कई बार हैशटैग के माध्यम से ट्विटर पर लोगों ने भागलपुर से हवाई जहाज के परिचालन की मांग को जोर-शोर से उठाया है.

भागलपुर से हवाई सेवा शुरू होने से कई फायदे मिलेंगे. हवाई सेवा शुरू होने से सिल्क उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. भागलपुर में औद्योगिक जमीन होने के बाद भी बड़े उद्योगपति यहां का रुख इसलिए नहीं करते हैं क्योंकि यहां से हवाई सेवा शुरू नहीं हुई है. पर्यटन की नजर से देखें तो गंगा के पावन तट पर डॉल्फिन अठखेलियां करते दिखती है. यहां डॉल्फिन अभ्यारण क्षेत्र है. साथ ही साथ विक्रमशिला महाविहार, अजगैबीनाथ मंदिर और महर्षि मेंही आश्रम भी यहां की पहचान है. ऐसे में अगर यहां से हवाई सेवा शुरू हो जाती है तो पर्यटन के क्षेत्र में भी काफी विकास होगा.

स्थानीय सांसद अजय कुमार मंडल ने पूर्व के नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को भागलपुर में हवाई सेवा शुरू करने को लेकर पत्र लिखा था. जिसके बाद मंत्री ने जवाब भी दिया था. उस जवाब में मंत्री ने बताया था कि हवाई जहाज की उड़ान के लिए जल्द ही सर्वे का काम भागलपुर में तकनीकी टीम द्वारा किया जाएगा. सांसद के पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने जल्द ही भागलपुर से हवाई सेवा शुरू करने का आश्वासन दिया था.

भागलपुर के विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि भागलपुर में जमीन खोजा जा रहा है. अभी जो हवाई अड्डा है उसके चारों तरफ बड़े-बड़े भवन बने हैं. इसलिए कुछ समस्या है लेकिन हम लोग हवाई सेवा शुरू करने को लेकर दूसरी जगह जमीन देख रहे हैं.जहां भी एक सौ एकड़ जमीन होगी, उसका प्रस्ताव भेजा जाएगा. इसको लेकर मंत्री से भी मिलेंगे.

"दिल्ली जाकर मंत्री से मिलेंगे. जमीन नहीं मिल रहा है. कम से कम 100 एकड़ जमीन चाहिए. आज जमीन मिल जाए तो जल्द से जल्द हवाई सेवा शुरू हो जाएगी."- गोपाल मंडल, गोपालपुर ,विधायक

सीएलपी लीडर सह भागलपुर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि भागलपुर से हवाई सेवा शुरू करने की मांग को लेकर विधानसभा में कई बार प्रश्न को उठा चुके हैं. उन्होंने कहा कि इसको लेकर वर्तमान में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी खत लिखा है. हवाई सेवा शुरू होने से जिले में नए-नए उद्योग केंद्र स्थापित होंगे. युवाओं को रोजगार मिलेगा. अजीत शर्मा ने कहा कि अब नए उड्डयन मंत्री से मिलकर अपनी मांग को उठाएंगे और भागलपुर में हवाई सेवा शुरू हो उसको लेकर सभी प्रयास करेंगे.

"हवाई सेवा शुरू नहीं होने के कारण भागलपुर में विकास बाधित है. उद्योग केंद्र स्थापित नहीं हो पा रहे हैं. हवाई सेवा शुरू होने से सिल्क कारोबार को बढ़ावा मिलेगा. यहां का सिल्क कारोबार हवाई सेवा शुरू नहीं होने के कारण ठप पड़ा हुआ है, जबकि भागलपुरी सिल्क की मांग पूरे विश्व में है.हवाई सेवा शुरू नहीं होने के कारण विदेश से कारोबारी नहीं पहुंच पाते हैं."- अजीत शर्मा, भागलपुर विधायक

सांसद अजय कुमार मंडल ने कहा कि भागलपुर में हर हाल में हवाई सेवा शुरू होगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले के उड्डयन मंत्री को खत लिखा था. मंत्री ने आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा कि हम प्रयासरत हैं. भागलपुर के लोगों को निराश नहीं होने देंगे. हवाई सेवा शुरू हर हाल में होगा. उन्होंने कहा कि पटना के बाद भागलपुर ही सबसे बड़ा शहर है. यहां पर कपड़ों का अधिक व्यापार होता है. पटना के बाद भागलपुर में एक्सपोर्ट और इंपोर्ट अधिक है. हवाई सेवा शुरू होने से यहां के कारोबारी को अधिक फायदा होगा. जिला में उद्योग केंद्र स्थापित होगा, बेरोजगारी दूर होगी.

"लेकिन अब मंत्री बदल गए हैं. उनसे जाकर मिलेंगे और भागलपुर में हवाई सेवा शुरू कराने का मांग करेंगे. वर्तमान में जो हवाई अड्डा है उसमें उड़ान भरना अब संभव नहीं है. मंत्रालय को तीन जमीन का प्रस्ताव भेजे हैं. भागलपुर में गोराडीह प्रखंड में गौशाला की जमीन, इसके अलावा पीरपैंती में पावर प्लांट लगाने के लिए बिहार सरकार ने जमीन अधिकृत किया था और विक्रमशिला में बियाड़ा की जमीन है. जहां पर हवाई सेवा शुरू किया जा सकता है."- अजय कुमार मंडल, भागलपुर, सांसद

बता दें कि केंद्र में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तब सरकार ने क्षेत्रीय वायु संपर्कता को प्रोत्साहित और किफायती बनाते हुए क्षेत्रीय संपर्क योजना प्रारंभ की. इस योजना से भागलपुर के लोगों में आस जगी कि यहां से हवाई सेवा शुरू हो सकेगी. लेकिन समय बीतने के साथ ही लोग निराश हो रहे हैं.

क्षेत्रीय संपर्क योजना (Regional Connectivity Scheme ) के तहत भागलपुर हवाई अड्डा दस्तावेजों की सूची में दर्ज है. आरसीएस उड़ान एक बाजार चालित प्रणाली है. इस योजना के अधीन एयरलाइन मार्ग विशेष पर आवश्यक मांग एवं आपूर्ति का आंकलन करती है. अपने आंकलन के आधार पर समय-समय पर संचालित की जाने वाली बोली प्रक्रिया में भाग लेती है. कोई भी हवाई अड्डा जो उड़ान योजना के अंतर्गत अवार्ड किए गए मार्गों में शामिल किया गया हो,उस हवाई अड्डा को पुनरुत्थान योजना के अंतर्गत शामिल किया जाता है. भागलपुर हवाई अड्डा आरसीएस दस्तावेज की सूची में दर्ज है. मगर भागलपुर से जुड़ने के लिए किसी भी एयरलाइन ने बोली प्रस्तुत नहीं की है.

गौरतलब हो कि इसी हवाई अड्डे से 1969 से लेकर 1971 तक 36 सीटों वाला एरोप्लेन उड़ान भर्ता था. भागलपुर के झुनझुनवाला परिवार ने कलिंगा एयरवेज की फ्रेंचाइजी ली थी. लेकिन किसी कारणवश उसे बंद कर दिया गया. अब एयरपोर्ट खेल मैदान बन गया है. पशुओं के लिए चारागाह बन चुका है. यहां पर लोग फोर व्हीलर लेकर ड्राइविंग सीखने आते हैं. बाढ़ पीड़ितों के लिए शरण स्थली बना दिया गया है.

भागलपुर और उसके आसपास के लोग एयरपोर्ट के रेस में पिछड़ना नहीं चाहते हैं. हवाई उड़ान की मांग कर रहे हैं. भागलपुर में एयरपोर्ट की हवाई पट्टी बनी हुई है, जहां अब विमान नहीं स्थानीय युवा मोटरसाइकिल और कार चलाना सीखते हैं. एयरपोर्ट की दीवारें जर्जर हो गई हैं और आसपास कूड़े का ढेर भी लगा हुआ है.

यह भी पढ़ें- दरभंगा और पटना एयरपोर्ट निर्माण पर बोले मंत्री संजय झा, कहा -केंद्र सरकार कर रही है देरी

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भागलपुर: भागलपुर (Bhagalpur Airport) से हवाई सेवा शुरू करने की मांग को लेकर लगातार मांग उठती रही है. हाल के दिनों में हवाई सेवा शुरू करने को लेकर भागलपुर के युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से ट्विटर पर ट्रेंड शुरू किया था. अब इसका असर भी दिखने लगा है. ट्विटर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के जवाब के बाद भागलपुर से हवाई सेवा शुरू होने की संभावना और प्रबल हो गई है.

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दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक यूजर के ट्विटर का जवाब देते हुए कहा कि हम आप की मांगों पर गौर कर रहे हैं. ऐसे में संभावना है कि भागलपुर से हवाई सेवा जल्द शुरू होगी. गौरतलब है कि भागलपुर एयरपोर्ट पर हवाई पट्टी बनी हुई है और यहां उड्डयन मंत्रालय की जमीन है. ऐसे में भागलपुरवासी लगातार यहां से हवाई सेवा शुरू कराने की मांग कर रहे हैं. भागलपुर में लंबे समय से हवाई जहाज के परिचालन को लेकर मांग उठ रही है.

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सड़क से लेकर सदन तक और इंटरनेट मीडिया पर हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार की बात कही जा रही है. विपक्षी पार्टियां भी इस मामले पर समय-समय पर आवाज उठाती रही हैं. हाल फिलहाल में कई बार हैशटैग के माध्यम से ट्विटर पर लोगों ने भागलपुर से हवाई जहाज के परिचालन की मांग को जोर-शोर से उठाया है.

भागलपुर से हवाई सेवा शुरू होने से कई फायदे मिलेंगे. हवाई सेवा शुरू होने से सिल्क उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. भागलपुर में औद्योगिक जमीन होने के बाद भी बड़े उद्योगपति यहां का रुख इसलिए नहीं करते हैं क्योंकि यहां से हवाई सेवा शुरू नहीं हुई है. पर्यटन की नजर से देखें तो गंगा के पावन तट पर डॉल्फिन अठखेलियां करते दिखती है. यहां डॉल्फिन अभ्यारण क्षेत्र है. साथ ही साथ विक्रमशिला महाविहार, अजगैबीनाथ मंदिर और महर्षि मेंही आश्रम भी यहां की पहचान है. ऐसे में अगर यहां से हवाई सेवा शुरू हो जाती है तो पर्यटन के क्षेत्र में भी काफी विकास होगा.

स्थानीय सांसद अजय कुमार मंडल ने पूर्व के नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को भागलपुर में हवाई सेवा शुरू करने को लेकर पत्र लिखा था. जिसके बाद मंत्री ने जवाब भी दिया था. उस जवाब में मंत्री ने बताया था कि हवाई जहाज की उड़ान के लिए जल्द ही सर्वे का काम भागलपुर में तकनीकी टीम द्वारा किया जाएगा. सांसद के पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने जल्द ही भागलपुर से हवाई सेवा शुरू करने का आश्वासन दिया था.

भागलपुर के विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि भागलपुर में जमीन खोजा जा रहा है. अभी जो हवाई अड्डा है उसके चारों तरफ बड़े-बड़े भवन बने हैं. इसलिए कुछ समस्या है लेकिन हम लोग हवाई सेवा शुरू करने को लेकर दूसरी जगह जमीन देख रहे हैं.जहां भी एक सौ एकड़ जमीन होगी, उसका प्रस्ताव भेजा जाएगा. इसको लेकर मंत्री से भी मिलेंगे.

"दिल्ली जाकर मंत्री से मिलेंगे. जमीन नहीं मिल रहा है. कम से कम 100 एकड़ जमीन चाहिए. आज जमीन मिल जाए तो जल्द से जल्द हवाई सेवा शुरू हो जाएगी."- गोपाल मंडल, गोपालपुर ,विधायक

सीएलपी लीडर सह भागलपुर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि भागलपुर से हवाई सेवा शुरू करने की मांग को लेकर विधानसभा में कई बार प्रश्न को उठा चुके हैं. उन्होंने कहा कि इसको लेकर वर्तमान में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी खत लिखा है. हवाई सेवा शुरू होने से जिले में नए-नए उद्योग केंद्र स्थापित होंगे. युवाओं को रोजगार मिलेगा. अजीत शर्मा ने कहा कि अब नए उड्डयन मंत्री से मिलकर अपनी मांग को उठाएंगे और भागलपुर में हवाई सेवा शुरू हो उसको लेकर सभी प्रयास करेंगे.

"हवाई सेवा शुरू नहीं होने के कारण भागलपुर में विकास बाधित है. उद्योग केंद्र स्थापित नहीं हो पा रहे हैं. हवाई सेवा शुरू होने से सिल्क कारोबार को बढ़ावा मिलेगा. यहां का सिल्क कारोबार हवाई सेवा शुरू नहीं होने के कारण ठप पड़ा हुआ है, जबकि भागलपुरी सिल्क की मांग पूरे विश्व में है.हवाई सेवा शुरू नहीं होने के कारण विदेश से कारोबारी नहीं पहुंच पाते हैं."- अजीत शर्मा, भागलपुर विधायक

सांसद अजय कुमार मंडल ने कहा कि भागलपुर में हर हाल में हवाई सेवा शुरू होगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले के उड्डयन मंत्री को खत लिखा था. मंत्री ने आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा कि हम प्रयासरत हैं. भागलपुर के लोगों को निराश नहीं होने देंगे. हवाई सेवा शुरू हर हाल में होगा. उन्होंने कहा कि पटना के बाद भागलपुर ही सबसे बड़ा शहर है. यहां पर कपड़ों का अधिक व्यापार होता है. पटना के बाद भागलपुर में एक्सपोर्ट और इंपोर्ट अधिक है. हवाई सेवा शुरू होने से यहां के कारोबारी को अधिक फायदा होगा. जिला में उद्योग केंद्र स्थापित होगा, बेरोजगारी दूर होगी.

"लेकिन अब मंत्री बदल गए हैं. उनसे जाकर मिलेंगे और भागलपुर में हवाई सेवा शुरू कराने का मांग करेंगे. वर्तमान में जो हवाई अड्डा है उसमें उड़ान भरना अब संभव नहीं है. मंत्रालय को तीन जमीन का प्रस्ताव भेजे हैं. भागलपुर में गोराडीह प्रखंड में गौशाला की जमीन, इसके अलावा पीरपैंती में पावर प्लांट लगाने के लिए बिहार सरकार ने जमीन अधिकृत किया था और विक्रमशिला में बियाड़ा की जमीन है. जहां पर हवाई सेवा शुरू किया जा सकता है."- अजय कुमार मंडल, भागलपुर, सांसद

बता दें कि केंद्र में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तब सरकार ने क्षेत्रीय वायु संपर्कता को प्रोत्साहित और किफायती बनाते हुए क्षेत्रीय संपर्क योजना प्रारंभ की. इस योजना से भागलपुर के लोगों में आस जगी कि यहां से हवाई सेवा शुरू हो सकेगी. लेकिन समय बीतने के साथ ही लोग निराश हो रहे हैं.

क्षेत्रीय संपर्क योजना (Regional Connectivity Scheme ) के तहत भागलपुर हवाई अड्डा दस्तावेजों की सूची में दर्ज है. आरसीएस उड़ान एक बाजार चालित प्रणाली है. इस योजना के अधीन एयरलाइन मार्ग विशेष पर आवश्यक मांग एवं आपूर्ति का आंकलन करती है. अपने आंकलन के आधार पर समय-समय पर संचालित की जाने वाली बोली प्रक्रिया में भाग लेती है. कोई भी हवाई अड्डा जो उड़ान योजना के अंतर्गत अवार्ड किए गए मार्गों में शामिल किया गया हो,उस हवाई अड्डा को पुनरुत्थान योजना के अंतर्गत शामिल किया जाता है. भागलपुर हवाई अड्डा आरसीएस दस्तावेज की सूची में दर्ज है. मगर भागलपुर से जुड़ने के लिए किसी भी एयरलाइन ने बोली प्रस्तुत नहीं की है.

गौरतलब हो कि इसी हवाई अड्डे से 1969 से लेकर 1971 तक 36 सीटों वाला एरोप्लेन उड़ान भर्ता था. भागलपुर के झुनझुनवाला परिवार ने कलिंगा एयरवेज की फ्रेंचाइजी ली थी. लेकिन किसी कारणवश उसे बंद कर दिया गया. अब एयरपोर्ट खेल मैदान बन गया है. पशुओं के लिए चारागाह बन चुका है. यहां पर लोग फोर व्हीलर लेकर ड्राइविंग सीखने आते हैं. बाढ़ पीड़ितों के लिए शरण स्थली बना दिया गया है.

भागलपुर और उसके आसपास के लोग एयरपोर्ट के रेस में पिछड़ना नहीं चाहते हैं. हवाई उड़ान की मांग कर रहे हैं. भागलपुर में एयरपोर्ट की हवाई पट्टी बनी हुई है, जहां अब विमान नहीं स्थानीय युवा मोटरसाइकिल और कार चलाना सीखते हैं. एयरपोर्ट की दीवारें जर्जर हो गई हैं और आसपास कूड़े का ढेर भी लगा हुआ है.

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Last Updated : Sep 13, 2021, 6:57 PM IST
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