भागलपुर: कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन में राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया था. वहीं, अनलॉक 1.0 में छूट के बाद से पढ़ाई का काम शुरू करने को लेकर सरकार की ओर से पहल की जा रही है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने बच्चों के अभिभावकों से परामर्श मांगा. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने अपनी-अपनी सलाह शिक्षा विभाग को भेजे.
बताया जा रहा है कि शिक्षण संस्थानों को खोलेने के संबंध में निर्णय लेने के पहले शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को कुछ सवाल भेजे थे. शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षा के अपर सचिव के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के प्रधानाध्यापकों या प्रबंधन को पत्र भेजा था. जिसमें 10 सवालों का जवाब अभिभावक से मांगने के लिए कहा गया था. वहीं, अभिभावकों ने स्कूल खोलने से पहले अच्छी तरह से सैनिटाइज और रंगाई-पुताई करने और ऑड-इवेन फॉर्मूले का पालन कर स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को खोलने की सलाह दी.
'अभिभावकों ने शिक्षा विभाग को भेजे जवाब'
इसके अलवे जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देश पर जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और प्रबंधन को पत्र भेजा गया था. जिसमें शिक्षा विभाग की ओर से भेजे गए सवाल का अभिभावकों से जवाब मांगने के लिए कहा गया था. सैकड़ों की संख्या में अभिभावकों ने अपना जवाब भेजा है. अभिभावकों ने सारे जवाब को शिक्षा विभाग को भेज दिया है. जिस पर निर्णय शिक्षा विभाग लेंगे.
व्हाट्सएप और मेल के जरिए दिए गए सुझाव
बता दें कि शिक्षा विभाग ने अभिभावकों से व्हाट्सएप और मेल के जरिए सवाल का जवाब देने को कहा था. वहीं, शिक्षा विभाग की ओर से अभिभावकों से ये सब सवाल किए गए थे.
1. कक्षा में कब से नामांकन प्रारंभ किए जाए?
2. विद्यालय के संचालन की अवधि क्या हो?
3. कितने बच्चों के साथ कक्षा चलाई जाए?
4. कक्षा की अवधि क्या हो?
5. क्लास में बच्चों को कैसे बैठाया जाए?
6. प्रार्थना पत्र किया जाए या नहीं?
7. विद्यालय में प्रवेश और निकास की व्यवस्था कैसी हो?
8. सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को कैसे लागू किया जाए?
9. स्कूलों में आने और जाने की व्यवस्था कैसी हो?
10. कितने उम्र के बच्चों को स्कूल आने की अनुमति दी जाए?