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अगर आप मनाना चाहते हैं इको फ्रैंडली दिवाली, तो यहां मिल रहे हैं गाय के गोबर से बने दीये और अन्य उत्पाद

इस दिवाली गाय के गोबर से बने इको फ्रेंडली दीपक, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, खिलौने और सजावट के समान भागलपुर के बाजार में (Diya made of cow dung in market of Bhagalpur) उपलब्ध है. ये इको फ्रैंडली उत्पाद दिवाली पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं. पढ़ें विस्तृत रिपोर्ट..

भागलपुर में बिक रहे गाय के गोबर से बने दीये
भागलपुर में बिक रहे गाय के गोबर से बने दीये
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Published : Oct 23, 2022, 1:02 PM IST

भागलपुरः बिहार के भागलपुर में इको फ्रैंडली दिवाली को लेकर एक अलग पहल की गई है. इसके तहत बाजार में गाय के गोबर से बने दीये, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, खिलौने और सजावट के समान बिक (Eco friendly products made of cow dung) रहे हैं. ये उत्पाद लोगों को बरबस अपनी ओर आकर्षिकत कर रहे हैं. इन इके फ्रैंडली उत्पादों को बाजार में गौ सृजन पंच जन्यम संस्था लेकर आई है. इस बार जहां मिट्टी के दीपक और पानी से जलने वाले दीपक का क्रेज देखा जा रहा है. वहीं गोबर से बनी सामग्रियों की काफी धूम है. लोग जम कर इन उत्पादों की खरीदारी करते दिख रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः नालंदा के कुम्हारों को उम्मीद, चाइनीज दीपों पर भारी पड़ेगा स्वदेशी दीया

पर्यावरण संरक्षण का दे रहे संदेशः प्रकाश के पर्व दीपावली में परंपराओं के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की भी झलक इनके उत्पादों में देखने को मिल रही है. दीपावली में प्रकाश के साथ-साथ मिट्टी के दीपक का सोंधापन व गाय के गोबर की सुगंध दीयों, मूर्तियों और तोरणद्वार में दिख रही है. गाय के गोबर से बने दीपक जब घर की बालकनी या चौखट पर अपना प्रकाश फैलाएगी तो अध्यात्म के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश मिलेगा. इन उत्पादों को बाजार ऐसा ही कार्य कर दिखाया है.

दीयों के अलावा मूर्ति और खिलौने भी उपलब्धः इंदु शेखर पांडे ने बताय कि गोबर से बने दीपक, गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति के अलावा कई खिलौने भी तैयार किए हैं. अपने शहर स्मार्ट सिटी भागलपुर में पहली बार दिवाली और छठ महापर्व के शुभ अवसर पर गाय के गोबर से निर्मित इको फ्रेंडली अनेकों डिजाइन के दीपक, गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा, तोरण द्वार, शुभ लाभ, लाभ स्वस्तिक जैसे उत्पादों की जमकर बिक्री हो रही है. लोगो इन उत्पादों को लेकर विशेष रुचि दिखा रहे हैं.

तुलसी के पत्ते व टहनियों का भी किया है इस्तेमालः गोबर से बने गणेश लक्ष्मी की मूर्ति, दीपक, कलर खिलौने को बनाने में तुलसी के पत्ते, टहनी, कई फूलों की टहनी और पत्तियों को गोबर में मिलाकर मैटेरिय तैयारकर इसे बनाया गया है. इंदू शेखर पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री के वोकल फाॅर लोकल की तर्ज पर मैंने इसे तैयार किया है. सभी उत्पाद लोगों को काफी आकर्षित कर रहे हैं. लोग हमारे उत्पादों को हाथो हाथ ले रहे हैं. हमारी बिक्री भी अच्छी हो रही है. उन्होंने बताया कि ऐसे उत्पादों को तैयार करने में वह एक साल से काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि गाय के गोबर से और भी कई तरह की चीजों को तैयार करना है.

"यहां जितने भी उत्पाद हैं शुद्ध गाय के गोबर से तैयार किया गया है. करीब 40 तरह के उत्पाद तैयार किये गए हैं. दिवाली पर गोबर से डिजाइनर दीये, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, तोरण द्वार, खिलौने, शुभ-लाभ और अन्य उत्पाद तैयार किये हैं. इन उत्पादों को भागलपुर के बाजार में ठीक-ठाक रिस्पांस मिल रहा है" - इंदू शेखर पांडेय, संचालक

भागलपुरः बिहार के भागलपुर में इको फ्रैंडली दिवाली को लेकर एक अलग पहल की गई है. इसके तहत बाजार में गाय के गोबर से बने दीये, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, खिलौने और सजावट के समान बिक (Eco friendly products made of cow dung) रहे हैं. ये उत्पाद लोगों को बरबस अपनी ओर आकर्षिकत कर रहे हैं. इन इके फ्रैंडली उत्पादों को बाजार में गौ सृजन पंच जन्यम संस्था लेकर आई है. इस बार जहां मिट्टी के दीपक और पानी से जलने वाले दीपक का क्रेज देखा जा रहा है. वहीं गोबर से बनी सामग्रियों की काफी धूम है. लोग जम कर इन उत्पादों की खरीदारी करते दिख रहे हैं.

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पर्यावरण संरक्षण का दे रहे संदेशः प्रकाश के पर्व दीपावली में परंपराओं के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की भी झलक इनके उत्पादों में देखने को मिल रही है. दीपावली में प्रकाश के साथ-साथ मिट्टी के दीपक का सोंधापन व गाय के गोबर की सुगंध दीयों, मूर्तियों और तोरणद्वार में दिख रही है. गाय के गोबर से बने दीपक जब घर की बालकनी या चौखट पर अपना प्रकाश फैलाएगी तो अध्यात्म के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश मिलेगा. इन उत्पादों को बाजार ऐसा ही कार्य कर दिखाया है.

दीयों के अलावा मूर्ति और खिलौने भी उपलब्धः इंदु शेखर पांडे ने बताय कि गोबर से बने दीपक, गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति के अलावा कई खिलौने भी तैयार किए हैं. अपने शहर स्मार्ट सिटी भागलपुर में पहली बार दिवाली और छठ महापर्व के शुभ अवसर पर गाय के गोबर से निर्मित इको फ्रेंडली अनेकों डिजाइन के दीपक, गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा, तोरण द्वार, शुभ लाभ, लाभ स्वस्तिक जैसे उत्पादों की जमकर बिक्री हो रही है. लोगो इन उत्पादों को लेकर विशेष रुचि दिखा रहे हैं.

तुलसी के पत्ते व टहनियों का भी किया है इस्तेमालः गोबर से बने गणेश लक्ष्मी की मूर्ति, दीपक, कलर खिलौने को बनाने में तुलसी के पत्ते, टहनी, कई फूलों की टहनी और पत्तियों को गोबर में मिलाकर मैटेरिय तैयारकर इसे बनाया गया है. इंदू शेखर पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री के वोकल फाॅर लोकल की तर्ज पर मैंने इसे तैयार किया है. सभी उत्पाद लोगों को काफी आकर्षित कर रहे हैं. लोग हमारे उत्पादों को हाथो हाथ ले रहे हैं. हमारी बिक्री भी अच्छी हो रही है. उन्होंने बताया कि ऐसे उत्पादों को तैयार करने में वह एक साल से काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि गाय के गोबर से और भी कई तरह की चीजों को तैयार करना है.

"यहां जितने भी उत्पाद हैं शुद्ध गाय के गोबर से तैयार किया गया है. करीब 40 तरह के उत्पाद तैयार किये गए हैं. दिवाली पर गोबर से डिजाइनर दीये, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, तोरण द्वार, खिलौने, शुभ-लाभ और अन्य उत्पाद तैयार किये हैं. इन उत्पादों को भागलपुर के बाजार में ठीक-ठाक रिस्पांस मिल रहा है" - इंदू शेखर पांडेय, संचालक

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