भागलपुर: जिले में बंद किए गए जुगाड़ गाड़ी के फिर से संचालन की अनुमति के लिए गुरुवार को जुगाड़ गाड़ी के चालक जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे. वो डीएम से मिलकर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन जिले में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होने के कारण समाहरणालय में कोई वरीय अधिकारी मौजूद नहीं था.
'रोजगार छीन रही सरकार'
जुगाड़ गाड़ी चालकों का नेतृत्व कर रहे भाकपा माले के नगर प्रभारी मुकेश मुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन ने जुगाड़ गाड़ी पर रोक लगा दी है. जिस वजह से यहां के हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं. जुगाड़ गाड़ी ही इनके रोजगार का एक मात्र साधन था. उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार तो दे नहीं रही है और लोगों के पास परिवार चलाने के जो साधन हैं, सरकार उसे भी छीनने में लगी है.
'...नहीं तो करेंगे बड़ा आंदोलन'
मुकेश मुक्त ने कहा कि यदि जुगाड़ गाड़ी में कुछ कमी है तो प्रशासन और सरकार उस कमी को दूर करने के उपाय के बारे में सोचे. इस तरह रोजगार छीन लिया जाएगा तो लोग क्या करेंगे. उन्होंने कहा कि हम डीएम को अपनी मांगों की सूची सौंपने आए हैं. हमारी मांगों पर तय समय के अंदर विचार नहीं किया गया तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे.