भागलपुर: जिले के बरारी में भागलपुर होम्योपैथ एसोसिएशन के डॉक्टरों की ओर शनिवार को इलेक्ट्रो होम्योपैथी के जनक काउंट सीजर मैटी का 211वां जन्मदिन मनाया गया. जहां डॉक्टरों ने काउंट सीजर मैटी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया. कार्यक्रम में गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल भी मौजूद रहे.
'एलोपैथिक से सस्ती है होम्योपैथिक पद्धति'
कार्यक्रम के दौरान डॉक्टरों ने काउंट सीजर मैटी के जीवन पर प्रकाश डाला. डॉक्टरों ने इलेक्ट्रो होम्योपैथी को संपूर्ण चिकित्सा पद्धति बताया और इसकी खोज के लिए काउंट सीजर मैटी को आभार जताया. अहमियत एसोसिएशन ऑफ भागलपुर के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि काउंट सीजर मैटी के फार्मूले पर ही इलेक्ट्रो होम्योपैथी लिखा गया है. जिससे वे लोगों का इलाज करते हैं. उन्होंने बताया कि एलोपैथिक विधि के मुकाबले होम्योपैथिक चिकित्सा विधि ज्यादा सस्ती विधि होती है.
1865 में हुआ इलेक्ट्रो होम्योपैथी का आविष्कार
इस अवसर पर होम्योपैथ एसोसिएशन से डॉ. बलराम कुमार, डॉ. डीके सिंह, डॉ. विवेक कुमार, डॉ. अश्वनी कुमार, डॉ. सीमा झा, डॉ. अर्चना ठाकुर सहित दर्जनों डॉक्टर मौजूद रहे. बता दें कि 1865 में डॉ. सीजर मैटी ने इलेक्ट्रो होम्यो चिकित्सा पद्धति का आविष्कार किया था. इसकी दवाइयां वनस्पति से बनाई जाती हैं. उन्होंने चिकित्सा को सरल और सुलभ बनाने के लिए 55 वर्ष की अवस्था में इलेक्ट्रो होम्योपैथी की खोज की थी. इस पद्धति से प्रयोग की जाने वाली दवाइयां बिना कोई नुकसान पहुंचाए अंगों की कार्यक्षमता बढ़ाती हैं. साथ ही, लिम्फ और खून में आए हुए परिवर्तन को दूर कर शरीर को स्वस्थ बनाती हैं.