भागलपुर: खगड़िया के पसराहा थाना अध्यक्ष आशीष सिंह के हत्यारे कुख्यात दिनेश मुनि को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया है. घटनास्थल से दो कार्बाइन भी बरामद किया गया है. वहीं, बताया जा रहा है कि मौके से उसके 3 साथी भागने में कामयाब रहे हैं.
एनकाउंटर की कहानी, सूत्रों की जुबानी
दर्जनों मुकदमों में संलिप्त अभियुक्त दिनेश मुनि दियारा के जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह था. बताया जाता है कि खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष सिंह की हत्या करने के बाद दियारा इलाके में उसकी तूती बोलती थी. वहीं, दूसरी ओर थानाध्यक्ष की मौत का के बाद पुलिस टीम बेचैन थी.
एक सप्ताह से ताक में थी STF टीम
दिनेश मुनि को पकड़ने के लिए पुलिस टीम वेश बदलकर कई बार दियारा के इलाकों में डेरा डाल चुकी थी. लेकिन पुलिस टीम को हर बार सिर्फ असफलता ही हाथ लगी. इसी क्रम में गुरुवार को पुलिस टीम को आखिरकार सफलता मिल ही गई. सूत्रों के मुताबिक पिछले एक सप्ताह से एसटीएफ की टीम वेश बदलकर लगातार दियारा क्षेत्र में कुख्यात दिनेश मुनि के फिराक में डेरा डाले हुई थी.
दिनेश मुनि का दांव पड़ा उल्टा
जानकारी के अनुसार दियारा के इलाकों में मक्के के खेत में कुख्यात दिनेश मुनि अक्सर छिपा रहता था. लेकिन बुधवार की रात जैसे ही वह शराब पीने के लिए अपनी मांद से बाहर आया. पिछले 7 दिनों से उसकी ताक में बैठी एसटीएफ की टीम ने उसे ललकार उठी. इसके बाद आदतन पुलिस टीम पर फायर झोंकने का आदी कुख्यात दिनेश मुनि पहले की ही तरह पुलिस टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी. लेकिन इस बार उसका चाल उल्टा पड़ गया.
आखिरकार मारा गया दिनेश मुनि
एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में कई गोलियां दिनेश के शरीर में जाकर धंस गई. कुख्यात दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, उसके 3 साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे. वहीं, कुख्यात दिनेश मुनि के मारे जाने पर भी पुलिस तकरीबन 2 घंटे तक इंतजार करते रही. सुबह शव की पहचान में पता चला कि थानाध्यक्ष आशीष भारती के हत्यारे दिनेश मुनि को मारने में पुलिस ने सफलता पा ली है.
दारोगा आशीष सिंह की हुई थी हत्या
गौरतलब है कि 12 अक्टूबर 2018 की देर रात पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि की गिरफ्तारी के लिए बिहपुर के दुधेला दियारा पहुंचे थे. वहां उसके छुपे होने की सूचना थी. इस कार्रवाई में दिनेश मुनि और गिरोह के सदस्यों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी. इस दौरान पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के सीने और पेट में गोली लग गई थी. इससे उनकी मौत हो गयी थी.
'गुप्त सूचना पर 2 बजे रात में छापेमारी'
एसपी नवगछिया निधि रानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि खगड़िया और भागलपुर दियारा क्षेत्र के 50 हजार के इनामी अपराधी दिनेश मुनि की गिरफ्तारी के लिए वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर एसटीएफ की टीम काफी दिनों से प्रयासरत थी. इसी कम में सूचना मिली कि दिनेश मुनि अपने गिरोह के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए नवगछिया जिला के भवानीपुर थानांर्गत नारायणपुर दियारा इलाके में ठहारा हुआ है. इस सूचना के मिलते ही नवगछिया पुलिस अधीक्षक, एसडीपीओ ने भवानीपुर थानाध्यक्ष और एसटीएफ टीम ने नारायणपुर दियारा इलाके में करीब 2 बजे रात में छापेमारी की.
'दो कार्बाइन और दिनेश मुनि का शव बरामद'
छापामारी के दौरान पुलिस बल द्वारा अपराधियों के ठिकाने को घेरने का प्रयास किया गया. जिसके बाद अपराधी पुलिस बल पर अत्याधुनिक हथियार से ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. आत्मरक्षा में पुलिस की ओर से जवाबी कार्यवाई की गई. वहीं, लगभग एक घंटा मुठभेड़ के बाद अपराधियों की तरफ से फायरिंग बंद होने पर तलाशी के क्रम में एक व्यक्ति मृत पाया गया और अन्य अपराधी रात होने के कारण भागने में सफल रहे. घटनास्थल पर दो 9 एमएम कार्बाइन, 12 बोर दुनाली और 9 एमएम का 8 और 12 बोर का 14 जिंदा कारतुस बरामद किया गया. साथ ही पुलिस मुठभेड़ में मृत व्यक्ति की पहचान कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि के रूप में किया गया.