भागलपुर: बिहार के सृजन घोटाले (Bihar Srijan Ghotala) में अभी तक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जिसमें सलाखों के पीछे कई बैंक अफसर से लेकर किरानी तक बंद है. सरकारी राशि का सृजन के माध्यम से सीधा लाभ लेने वाले कई बड़े व्यवसाई भी सलाखों के पीछे हैं. जिस में तथा कथित बीजेपी के विपिन शर्मा, पीके घोष और एन वी राजू शामिल है. बहुचर्चित सृजन घोटाले में सीबीआई अपना शिकंजा लगातार कसती जा रही है.
पढ़ें-भागलपुर: सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी अमित कुमार और रजनी प्रिया की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू
सृजन घोटाले में रजनी प्रिया की तलाश : सृजन घोटाले की किंगपिन स्वर्गीय मनोरमा देवी के निधन के बाद उनके आरोपी बेटे अमित कुमार और बहू रजनी प्रिया की संपत्ति पर कोर्ट से जारी की गई इश्तेहार को चस्पा किया गया है. अमित कुमार और रजनी प्रिया दोनों को कोर्ट में पेश होना था लेकिन कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर सीबीआई ने उनके पुराने आवास तिलकामांझी स्थित न्यू विक्रमशिला कॉलोनी में तीन मकानों पर नोटिस चस्पा किया है.
संपत्ति पर सीबीआई ने चिपकाए इश्तेहार: सीबीआई की टीम के अधिकारियों ने बताया कि अभी 82 की प्रोसिडिंग के तहत कार्य किया जा रहा है. सृजन घोटाले की मुख्य किंगपिन मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार और उनकी बहू रजनी प्रिया है. दोनों के खिलाफ कोर्ट में बेरासी की प्रोसिडिंग है, दोनों के खिलाफ कोर्ट का ऑर्डर भी जारी हुआ है. नोटिस उनकी संपत्ति पर चिपका दिया गया है और पब्लिक से अपील भी की जा रही है कि इनके बारे में जो कोई भी जानकारी मिलती है उन्हें लोकल पुलिस या सीबीआई को तुरंत दें. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि फिर भी वह लोग कोर्ट में पेश नहीं होते हैं तो 83 की प्रोसिडिंग के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी.
"अभी 82 की प्रोसिडिंग के तहत कार्य किया जा रहा है. सृजन घोटाले की मुख्य किंगपिन मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार और उनकी बहू रजनी प्रिया है. दोनों के खिलाफ कोर्ट में बेरासी की प्रोसिडिंग है, दोनों के खिलाफ कोर्ट का ऑर्डर भी जारी हुआ है. नोटिस उनकी संपत्ति पर चिपका दिया गया है और पब्लिक से अपील भी की जा रही है कि इनके बारे में जो कोई भी जानकारी मिलती है उन्हें लोकल पुलिस या सीबीआई को तुरंत दें. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि फिर भी वह लोग कोर्ट में पेश नहीं होते हैं तो 83 की प्रोसिडिंग के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी."- सीबीआई टीम
एनजीओ के तहत किया गया घोटाला: अभी तक सलाखों के पीछे कई बैंक अफसर से लेकर किरानी और घोटालेबाज पहुंच गए हैं. उन्नीस सौ करोड़ रुपए के बंदरबांट करने वालों पर सीबीआई नकेल कसने की तैयारी में है. सीबीआई ने 25 अगस्त 2017 को श्रृजन घोटाले की जांच शुरू की थी जिसमें अभी तक दर्जनों बैंक के अधिकारी से लेकर कलर्क और किरानी गिरफ्तार किया गया है.
क्या है सृजन घोटाला : सृजन के खाते में ट्रांसफर की गई सरकारी राशि का बंदरबांट हुआ था. इस तकरीबन 1900 करोड़ रुपये के घोटाले की बात सामने आई थी. सृजन एनजीओ के तहत बहुत बड़ा घोटाला किया गया था, विकास के नाम पर भेजे गए पैसे को एनजीओ के अकाउंट में पहुंचाया गया था. यह कह सकते हैं कि सरकारी फंड का गलत इस्तेमाल किया गया था, सृजन के पैसे को खपाने के लिए कई एनजीओ भी बनाए गए थे.