भागलपुरः जिले में गंगा नदी पर बनी विक्रमशिला सेतु पुल पूर्वोत्तर बिहार समेत अन्य राज्यों के लिए सेतु का काम करती है. इस पुल पर कई-कई घंटों तक जाम लगा रहता है. जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके समानांतर पुल बनाने की घोषणा की थी. लेकिन स्थानीय प्रशासन की उदासीनता की वजह से यह अब तक नहीं बन पाया है.
जाम की समस्या
विक्रमशिला पुल का 23 जुलाई 2001 को तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने उद्घाटन किया था. इसकी नींव 1990 में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रखी थी. पुल शुरू होने से बिहार, बंगाल, झारखंड सहित अन्य राज्य के कारोबारियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर काफी लाभ हुआ था. साथ ही नवगछिया और भागलपुर के लोग आसानी से आवागमन करने लगे. लेकिन बीते कुछ सालों से यहां लगातार जाम की समस्या बनी हुई है. 1 घंटे की यात्रा में एक दिन तक लग जाता है. वहीं कई बार 1-2 दिनों तक लगातार जाम की समस्या बनी रहती है.
समानांतर पुल की घोषणा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2016 में भागलपुर यात्रा के दौरान समस्या को देखते हुए विक्रमशिला सेतु पुल के बगल में समानांतर पुल बनाने की घोषणा की थी. जिसके लिए एजेंसी का चयन भी कर लिया गया. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने 3 महीने के अंदर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने का आदेश जिला अधिकारी को दिया. पुल के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू की गई. लेकिन यहां स्थानीय प्रशासन की उदासीनता की वजह से अब तक कार्य अधूरा है. जबकि पुल निर्माण निगम ने भी मुआवजा भुगतान के लिए 15 करोड़ रुपये जिला भू-अर्जन कार्यालय को दे दिया है.
निर्देश के बावजूद कार्य में नहीं लाई गई तेजी
पुल निर्माण के लिए मखुजान मौजा, महादेवपुर मौजा, परबत्ता मौजा, भागलपुर नगर निगम मौजा, बिहार सरकार और रेलवे की जमीन ली जानी है. लेकिन सरकार के निर्देश के बावजूद कार्य में तेजी नहीं लाई गई.
जल्द काम पूरा करने के निर्देश
जिलाधिकारी प्रणव कुमार कहा कि समानांतर पुल बनाने के लिए भू अर्जन पदाधिकारी को इस महीने के अंत तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर मुआवजा देने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि पुल पर लगातार वाहनों का दबाव हो रहा है. समानांतर पुल के निर्माण के बाद लोगों को जाम से निजात मिल जाएगा.