भागलपुर: तारापुर और कुशेश्वरस्थान उपचुनाव (Tarapur and Kusheshwarsthan By-Election) में सीटों की दावेदारी को लेकर आरजेडी (RJD) और कांग्रेस (Congress) के गठबंधन में गांठ पड़ गई है. दोनों दलों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. इस बीच कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह कुशवाहा (Praveen Singh Kushwaha) ने भी जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि आरजेडी को शायद धर्मनिरपेक्षता (Secularism) का मुद्दा रास नहीं आया. इसीलिए उन्होंने हमारा साथ छोड़कर अकेले मैदान में चले गए.
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प्रवीण सिंह कुशवाहा ने कहा कि उपचुनाव में ऐसी परिस्थिति क्यों बनी, इस बारे में आरजेडी के नेता ही सही-सही बता सकते हैं कि उन्हें धर्मनिरपेक्षता क्यों नहीं रास आया. उन्होंने कहा कि आरजेडी को यदि धर्मनिरपेक्षता का मुद्दा रास आता तो वह इस गठबंधन को मजबूत करते और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ते, लेकिन उन्होंने ऐसा करने की बजाय महागठबंधन को ही कमजोर कर दिया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल तो सांप्रदायिक लोगों के सहयोग से ही सत्ता में आया ही था, जबकि कांग्रेस कभी भी सांप्रदायिक ताकतों के साथ समझौता नहीं करती है. उन्होंने कहा कि न तो भूतकाल में और न ही भविष्य में हम लोग ऐसा करने वाले हैं.
"कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है और पूरे देश में सेकुलरिज्म के खिलाफ गठबंधन करती है और सेकुलरिज्म के खिलाफ लड़ने में कांग्रेस पार्टी प्रतिबद्ध है. देश में जितनी भी पार्टी धर्मनिरपेक्ष होगी, हम उनके साथ गठबंधन करेंगे. कांग्रेस का आरजेडी तुलना नहीं हो सकता. आरजेडी एक क्षेत्रीय पार्टी है"- प्रवीण सिंह कुशवाहा, नेता, कांग्रेस
प्रवीण सिंह कुशवाहा ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टी की महत्वाकांक्षा रहती है कि उनकी पार्टी का दबदबा बढ़े और उनकी पार्टी की सरकार हो. हर कोई हाथ-पांव मारती है और ऐसा करना भी चाहिए. आखिर जो पार्टी राजनीति करती है, वह जरूर उम्मीदवार खड़ा करेगी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी है और आरजेडी क्षेत्रीय पार्टी है. लिहाजा दोनों में कोई तुलना नहीं हो सकता है.
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कांग्रेस नेता प्रवीण सिंह कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी के साथ बिहार में हम धर्मनिरपेक्षता के नाम पर साथ आए थे, वह हमारा लंबे समय से सहयोगी है. आरजेडी ने भी हमारा भरपूर साथ दिया है और हमने भी उनका समय-समय पर सहयोग किया है. यूपीए सरकार में लालू यादव खुद भी मंत्री थे.