भागलपुर: बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) जिले में बाढ़ पीड़ितों के लिए सामुदायिक किचन (Community Kitchen) का संचालन किया जा रहा है. इस सामुदायिक किचन के माध्यम से सभी गरीब और बाढ़ पीड़ितों को मुफ्त में भोजन मुहैया कराया जा रहा है. इसकी गुणवत्ता जांच और मॉनिटरिंग अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, एसडीओ सहित जिला स्तर के अधिकारियों के माध्यम से की जा रही है.
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इस सामुदायिक किचन का संचालन एयरपोर्ट के पास खाली जगह पर किया जा रहा है. जहां बाढ़ पीड़ितों को खाने में दाल, चावल और सब्जी दी जा रही है. साथ ही रहने के लिए अलग से शिविर भी बनाया गया है. जिससे वहां रह रहे लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो रही है.
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ईटीवी भारत (ETV Bharat) की टीम ने राहत शिविर कक्ष और सामुदायिक रसोई का रियलिटी चेक किया. जहां व्यवस्था चाक-चौबंद पाया गया. यहां साफ-सफाई से लेकर लाइटिंग की व्यवस्था और खाने की गुणवत्ता पर भी लोगों ने संतोष व्यक्त किया. हवाई अड्डा में नाथनगर प्रखंड और नारायणपुर प्रखंड के करीब 750 परिवार शरण लिए हुए हैं.
'हमलोग दूधैला दियारा नाथ नगर के रहने वाले हैं. यहां खाना बहुत ही अच्छा मिल रहा है. भरपेट भोजन कराया जा रहा है. व्यवस्था बहुत अच्छी है. रहने के लिए भी अच्छी व्यवस्था की गई है.' -सुमित्रा देवी, बाढ़ पीड़ित
सुनीता देवी और पार्वती देवी ने भी बताया कि रोज दोपहर और शाम स्वादिष्ट चावल दाल मिलता है. उन्होंने कहा कि पानी की व्यवस्था थोड़ी ठीक नहीं हैं. पानी एक से दो बार ही मिलता है. बिजली 24 घंटे मिलता है. रहने के लिए अलग से पंडाल बनाया गया है. जहां सभी लोग रहते हैं.
'मेरा गांव बाढ़ के पानी में पूरी तरह से डूब गया है. घर में 5 से 6 फीट पानी बह रहा है. जिसकी वजह से हमलोग यहां शरण लिए हुए हैं. यहां व्यवस्था अच्छी की गई है. खाने-पीने के साथ-साथ दवाई भी मिल रहा है.' -गणेश मंडल, बाढ़ पीड़ित
बता दें कि जिले में 13 प्रखंड के 94 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं. प्रभावित परिवारों के लिए अब तक 15 सामुदायिक रसोई की शुरुआत की गई है. जबकि भागलपुर सदर, नवगछिया और कहलगांव अनुमंडल में तीन आपदा राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं. जहां लोग अपने परिवार के साथ रह रहे हैं. पंडाल को आकर्षक तरीके से बनाया गया है. बिजली और पानी की व्यवस्था की गई है. राहत केंद्र में रहने वाले लोगों के लिए अस्थाई शौचालय का निर्माण भी कराया गया है.