भागलपुर: शहर को स्मार्ट सिटी घोषित हुए करीबन चार साल से ज्यादा हो गए हैं. स्मार्ट सिटी बनना तो दूर, शहर के लोग आज भी कई समस्याओं से जूझ रहे हैं. शहर के लोगों को पानी बिजली एवं गंदगी ने जकड़ कर रखा है. कुछ दिन पूर्व भागलपुर स्मार्ट सिटी को लेकर आयुक्त वंदना किनी ने पीडीएमसी को निरस्त कर कड़ी कार्रवाई की थी. फिलहाल भागलपुर की आयुक्त वंदना किनी ने नए पीडीएमसी को नियुक्त कर नए सिरे से स्मार्ट सिटी के काम को आगे बढ़ाने का काम करने की बात कह रही हैं.
नए पीडीएमसी के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही पीडीएमसी कि नियुक्ति कर ली जाएगी. जल्द ही कई योजनाओं के डीपीआर बनकर तैयार हो जाएंगे. कुछ दिनों बाद स्मार्ट सिटी का काम शहर में दिखना भी शुरू हो जाएगा. लेकिन भागलपुर के नगर निगम के पार्षदों को मौजूदा नगर आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी के सीईओ श्याम बिहारी मीना को लेकर यही लग रहा है कि जब तक यह अपने पद पर यहां रहेंगे तब तक स्मार्ट सिटी की कोई भी योजना धरातल पर नहीं दिख पाएगी.
मेयर ने क्या कहा
स्मार्ट सिटी की मेयर कहती हैं कि पूरा शहर जानता है कि किसकी वजह से काम नहीं हो रहा है. लेकिन हम लोग काफी प्रयास कर कर रहे हैं कि काम हो. जनता हमसे सवाल करती हैं. मैं आमंत्रित सदस्य के तौर पर कार्यक्रम में जाती हूं. लेकिन कभी भी स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर नगर आयुक्त और सीईओ से विशेष तौर पर चर्चा नहीं हुई है.
खातों में गड़बड़ी की बात आई सामने
बता दें कि स्मार्ट सिटी की परियोजना के खातों में गड़बड़ी की बात भी सामने आई है. जिसको लेकर भागलपुर के जिला पदाधिकारियों ने 3 सदस्यों की टीम को स्मार्ट सिटी के खातों की जांच का निर्देश दिया था, जिसमें काफी गड़बड़ी मिली थी. अब महालेखाकार के द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना के खातों की जांच की जाएगी. इसके बाद ही यह पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगा की वित्तीय अनियमितता का पैमाना कितना बड़ा है.
पूर्व आयुक्त ने किया था कार्रवाई के लिए पत्र निर्गत
स्मार्ट सिटी परियोजना में पिछले पीडीएमसी के द्वारा जो डीपीआर तैयार किया गया था. वह कई नियमों को ताक पर रखकर तैयार किया गया था. जो गाइडलाइन बेसलाइन डीपीआर के लिए तय की गई थी, उससे बहुत ज्यादा की डीपीआर पुरानी पीडीएमसी ने तैयार की थी. जिसे उस वक्त के तत्कालीन आयुक्त राजेश कुमार ने रद्द कर दिया था और कई लोगों पर कार्रवाई के लिए पत्र निर्गत किया था. कुछ दिनों पूर्व राजेश कुमार का तबादला हो गया और वंदना किनी ने भागलपुर की आयुक्त के रूप में ज्वाइन किया. जब पीडीएमसी की डेमोंसट्रेशन की बारी आई तब उन्होंने ईडीएमसी को अयोग्य मानते हुए पीडीएमसी को निलंबित कर दिया और नए पीडीएमसी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
पार्षदों का क्या है कहना
पार्षदों का कहना है कि जब तक वर्तमान नगर आयुक्त और स्मार्ट सिटी सीईओ श्याम बिहारी मीना अपने पद पर मौजूद रहते हैं. तब तक स्मार्ट सिटी का कोई भी योजना धरातल पर दिखाई नहीं देगा. श्याम बिहारी मीणा के तबादले के लिए मेयर समेत कई पार्षद उपमुख्यमंत्री एवं नगर विकास मंत्रालय के बड़े पदाधिकारियों से मिल चुके हैं. लेकिन श्याम बिहारी मीना का तबादला अभी तक नहीं हुआ है.