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स्मार्ट सिटी को लेकर कमिश्नर ने की पहल, जल्द होगी PDMC की नियुक्ति

नए पीडीएमसी के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही पीडीएमसी कि नियुक्ति कर ली जाएगी. जल्द ही कई योजनाओं के डीपीआर बनकर तैयार हो जाएंगे. कुछ दिनों बाद स्मार्ट सिटी का काम शहर में दिखना भी शुरू हो जाएगा.

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Published : Jun 30, 2019, 12:20 PM IST

Updated : Jun 30, 2019, 5:16 PM IST

भागलपुर स्मार्ट सिटी

भागलपुर: शहर को स्मार्ट सिटी घोषित हुए करीबन चार साल से ज्यादा हो गए हैं. स्मार्ट सिटी बनना तो दूर, शहर के लोग आज भी कई समस्याओं से जूझ रहे हैं. शहर के लोगों को पानी बिजली एवं गंदगी ने जकड़ कर रखा है. कुछ दिन पूर्व भागलपुर स्मार्ट सिटी को लेकर आयुक्त वंदना किनी ने पीडीएमसी को निरस्त कर कड़ी कार्रवाई की थी. फिलहाल भागलपुर की आयुक्त वंदना किनी ने नए पीडीएमसी को नियुक्त कर नए सिरे से स्मार्ट सिटी के काम को आगे बढ़ाने का काम करने की बात कह रही हैं.

नए पीडीएमसी के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही पीडीएमसी कि नियुक्ति कर ली जाएगी. जल्द ही कई योजनाओं के डीपीआर बनकर तैयार हो जाएंगे. कुछ दिनों बाद स्मार्ट सिटी का काम शहर में दिखना भी शुरू हो जाएगा. लेकिन भागलपुर के नगर निगम के पार्षदों को मौजूदा नगर आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी के सीईओ श्याम बिहारी मीना को लेकर यही लग रहा है कि जब तक यह अपने पद पर यहां रहेंगे तब तक स्मार्ट सिटी की कोई भी योजना धरातल पर नहीं दिख पाएगी.

भागलपुर से खास रिपोर्ट

मेयर ने क्या कहा
स्मार्ट सिटी की मेयर कहती हैं कि पूरा शहर जानता है कि किसकी वजह से काम नहीं हो रहा है. लेकिन हम लोग काफी प्रयास कर कर रहे हैं कि काम हो. जनता हमसे सवाल करती हैं. मैं आमंत्रित सदस्य के तौर पर कार्यक्रम में जाती हूं. लेकिन कभी भी स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर नगर आयुक्त और सीईओ से विशेष तौर पर चर्चा नहीं हुई है.

Bhagalpur
भागलपुर स्मार्ट सिटी

खातों में गड़बड़ी की बात आई सामने
बता दें कि स्मार्ट सिटी की परियोजना के खातों में गड़बड़ी की बात भी सामने आई है. जिसको लेकर भागलपुर के जिला पदाधिकारियों ने 3 सदस्यों की टीम को स्मार्ट सिटी के खातों की जांच का निर्देश दिया था, जिसमें काफी गड़बड़ी मिली थी. अब महालेखाकार के द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना के खातों की जांच की जाएगी. इसके बाद ही यह पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगा की वित्तीय अनियमितता का पैमाना कितना बड़ा है.

पूर्व आयुक्त ने किया था कार्रवाई के लिए पत्र निर्गत
स्मार्ट सिटी परियोजना में पिछले पीडीएमसी के द्वारा जो डीपीआर तैयार किया गया था. वह कई नियमों को ताक पर रखकर तैयार किया गया था. जो गाइडलाइन बेसलाइन डीपीआर के लिए तय की गई थी, उससे बहुत ज्यादा की डीपीआर पुरानी पीडीएमसी ने तैयार की थी. जिसे उस वक्त के तत्कालीन आयुक्त राजेश कुमार ने रद्द कर दिया था और कई लोगों पर कार्रवाई के लिए पत्र निर्गत किया था. कुछ दिनों पूर्व राजेश कुमार का तबादला हो गया और वंदना किनी ने भागलपुर की आयुक्त के रूप में ज्वाइन किया. जब पीडीएमसी की डेमोंसट्रेशन की बारी आई तब उन्होंने ईडीएमसी को अयोग्य मानते हुए पीडीएमसी को निलंबित कर दिया और नए पीडीएमसी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

पार्षदों का क्या है कहना
पार्षदों का कहना है कि जब तक वर्तमान नगर आयुक्त और स्मार्ट सिटी सीईओ श्याम बिहारी मीना अपने पद पर मौजूद रहते हैं. तब तक स्मार्ट सिटी का कोई भी योजना धरातल पर दिखाई नहीं देगा. श्याम बिहारी मीणा के तबादले के लिए मेयर समेत कई पार्षद उपमुख्यमंत्री एवं नगर विकास मंत्रालय के बड़े पदाधिकारियों से मिल चुके हैं. लेकिन श्याम बिहारी मीना का तबादला अभी तक नहीं हुआ है.

भागलपुर: शहर को स्मार्ट सिटी घोषित हुए करीबन चार साल से ज्यादा हो गए हैं. स्मार्ट सिटी बनना तो दूर, शहर के लोग आज भी कई समस्याओं से जूझ रहे हैं. शहर के लोगों को पानी बिजली एवं गंदगी ने जकड़ कर रखा है. कुछ दिन पूर्व भागलपुर स्मार्ट सिटी को लेकर आयुक्त वंदना किनी ने पीडीएमसी को निरस्त कर कड़ी कार्रवाई की थी. फिलहाल भागलपुर की आयुक्त वंदना किनी ने नए पीडीएमसी को नियुक्त कर नए सिरे से स्मार्ट सिटी के काम को आगे बढ़ाने का काम करने की बात कह रही हैं.

नए पीडीएमसी के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही पीडीएमसी कि नियुक्ति कर ली जाएगी. जल्द ही कई योजनाओं के डीपीआर बनकर तैयार हो जाएंगे. कुछ दिनों बाद स्मार्ट सिटी का काम शहर में दिखना भी शुरू हो जाएगा. लेकिन भागलपुर के नगर निगम के पार्षदों को मौजूदा नगर आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी के सीईओ श्याम बिहारी मीना को लेकर यही लग रहा है कि जब तक यह अपने पद पर यहां रहेंगे तब तक स्मार्ट सिटी की कोई भी योजना धरातल पर नहीं दिख पाएगी.

भागलपुर से खास रिपोर्ट

मेयर ने क्या कहा
स्मार्ट सिटी की मेयर कहती हैं कि पूरा शहर जानता है कि किसकी वजह से काम नहीं हो रहा है. लेकिन हम लोग काफी प्रयास कर कर रहे हैं कि काम हो. जनता हमसे सवाल करती हैं. मैं आमंत्रित सदस्य के तौर पर कार्यक्रम में जाती हूं. लेकिन कभी भी स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर नगर आयुक्त और सीईओ से विशेष तौर पर चर्चा नहीं हुई है.

Bhagalpur
भागलपुर स्मार्ट सिटी

खातों में गड़बड़ी की बात आई सामने
बता दें कि स्मार्ट सिटी की परियोजना के खातों में गड़बड़ी की बात भी सामने आई है. जिसको लेकर भागलपुर के जिला पदाधिकारियों ने 3 सदस्यों की टीम को स्मार्ट सिटी के खातों की जांच का निर्देश दिया था, जिसमें काफी गड़बड़ी मिली थी. अब महालेखाकार के द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना के खातों की जांच की जाएगी. इसके बाद ही यह पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगा की वित्तीय अनियमितता का पैमाना कितना बड़ा है.

पूर्व आयुक्त ने किया था कार्रवाई के लिए पत्र निर्गत
स्मार्ट सिटी परियोजना में पिछले पीडीएमसी के द्वारा जो डीपीआर तैयार किया गया था. वह कई नियमों को ताक पर रखकर तैयार किया गया था. जो गाइडलाइन बेसलाइन डीपीआर के लिए तय की गई थी, उससे बहुत ज्यादा की डीपीआर पुरानी पीडीएमसी ने तैयार की थी. जिसे उस वक्त के तत्कालीन आयुक्त राजेश कुमार ने रद्द कर दिया था और कई लोगों पर कार्रवाई के लिए पत्र निर्गत किया था. कुछ दिनों पूर्व राजेश कुमार का तबादला हो गया और वंदना किनी ने भागलपुर की आयुक्त के रूप में ज्वाइन किया. जब पीडीएमसी की डेमोंसट्रेशन की बारी आई तब उन्होंने ईडीएमसी को अयोग्य मानते हुए पीडीएमसी को निलंबित कर दिया और नए पीडीएमसी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

पार्षदों का क्या है कहना
पार्षदों का कहना है कि जब तक वर्तमान नगर आयुक्त और स्मार्ट सिटी सीईओ श्याम बिहारी मीना अपने पद पर मौजूद रहते हैं. तब तक स्मार्ट सिटी का कोई भी योजना धरातल पर दिखाई नहीं देगा. श्याम बिहारी मीणा के तबादले के लिए मेयर समेत कई पार्षद उपमुख्यमंत्री एवं नगर विकास मंत्रालय के बड़े पदाधिकारियों से मिल चुके हैं. लेकिन श्याम बिहारी मीना का तबादला अभी तक नहीं हुआ है.

Intro:bh_bgp_cammisioner initiative for smart city_2019_vsl1_bytes3_7202641

भागलपुर को स्मार्ट सिटी घोषित हुए करीबन चार साल से ज्यादा हो गए हैं स्मार्ट सिटी बनना तो दूर शहर के लोग आज भी कई समस्याओं से जूझ रहे हैं शहर के लोगों को पानी बिजली एवं गंदगी ने जकड़ कर रखा हुआ है शहर में रहने वाले लोगों का लगभग एक तिहाई हिस्सा कुछ दिन पूर्व भागलपुर स्मार्ट सिटी को लेकर भागलपुर के आयुक्त वंदना किनी ने पीडीएमसी को निरस्त कर कड़ी कार्रवाई की थी फिलहाल भागलपुर की आयुक्त वंदना किनी ने नए पीडीएमसी को नियुक्त कर नए सिरे से भागलपुर स्मार्ट सिटी के काम को जल्दी आगे बढ़ाने का काम करने की बात कही है। जिसके नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही पीडीएमसी कि नियुक्ति कर ली जाएगी और जल्द ही कई योजनाओं के डीपीआर बनकर तैयार हो जाएंगे कुछ दिनों बाद स्मार्ट सिटी का काम शहर में दिखना भी शुरू हो जाएगा।


Body:लेकिन भागलपुर के नगर निगम के पार्षदों को मौजूदा नगर आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी के सीईओ श्याम बिहारी मीना को लेकर यही लग रहा है कि जब तक यह अपने पद पर यहां रहेंगे तब तक स्मार्ट सिटी की कोई भी योजना धरातल पर नहीं दिख पाएगी स्मार्ट सिटी परियोजना में भागलपुर जी मेरे को आमंत्रित सदस्य भी बनाया गया है लेकिन उनकी भूमिका स्मार्ट सिटी को लेकर बहुत ज्यादा नहीं है मेयर कहती हैं सारा शहर जानता है कि किसकी वजह से काम नहीं हो रहा है लेकिन हम लोग काफी प्रयास कर भी कर रहे हैं कि काम हो कि जनता हमसे सवाल करती हैं मैं आमंत्रित सदस्य के तौर पर जाती हूं लेकिन कभी भी स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर नगर आयुक्त एवं सीईओ के द्वारा कभी भी स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर विशेष तौर पर चर्चा नहीं हुई है । आपको बता दें स्मार्ट सिटी की परियोजना के खातों में गड़बड़ी की बात भी सामने आई है जिसको लेकर भागलपुर के जिला पदाधिकारियों ने 3 सदस्यों की टीम को स्मार्ट सिटी के खातों की जांच का निर्देश दिया था जिसमें काफी गड़बड़ी मिली थी अब महालेखाकार के द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना के खातों की जांच की जाएगी इसके बाद ही यह पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगा की वित्तीय अनियमितता का पैमाना कितना बड़ा है।


Conclusion:स्मार्ट सिटी पर योजना में पिछले पीडीएमसी के द्वारा जो डीपीआर तैयार किया गया था वह कई नियमों को ताक पर रखकर तैयार किया गया था जो गाइडलाइन बेसलाइन डीपीआर के लिए तय की गई थी उससे बहुत ज्यादा की डीपीआर पुरानी पीडीएमसी ने तैयार की थी जिसे उस वक्त के तत्कालीन आयुक्त राजेश कुमार ने रद्द कर दिया था और कई लोगों पर कार्रवाई के लिए पत्र निर्गत कर दिया कुछ दिनों पूर्व राजेश कुमार का तबादला हो गया और वंदना किनी ने भागलपुर की आयुक्त के रूप में ज्वाइन किया और जब पीडीएमसी की डेमोंसट्रेशन की बारी आई तब उन्होंने ईडीएमसी को अयोग्य मानते हुए पीडीएमसी को निलंबित कर दिया और नए पीडीएमसी की नियुक्ति की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है लेकिन पार्षदों का कहना है कि जब तक वर्तमान नगर आयुक्त से स्मार्ट सिटी सीईओ श्याम बिहारी मीना अपने पद पर मौजूद रहते हैं तब तक स्मार्ट सिटी का कोई भी योजना धरातल पर दिखाई नहीं देगा । श्याम बिहारी मीणा के तबादले के लिए मेयर समेत कई पार्षद उपमुख्यमंत्री एवं नगर विकास मंत्रालय के बड़े पदाधिकारियों से मिल चुके हैं लेकिन श्याम बिहारी मीना का तबादला अभी तक नहीं हुआ है कहीं ना कहीं से यह पूरी तौर पर स्पष्ट है की वर्तमान नगर आयुक्त सह स्मार्ट सिटी के सीईओ शयाम बिहारी मीणा ने मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट एवं भागलपुर के लोगों के सपनों पर पूरी तरह से पानी फेर दिया है।

बाइट संजय सिन्हा वार्ड पार्षद एवं स्थाई समिति के सदस्य
बाइट सीमा साह , मेयर भागलपुर नगर निगम एवं आमंत्रित सदस्य स्मार्ट सिटी परियोजना भागलपुर काली साड़ी में
बाइट वंदना किनी ,आयुक्त ,भागलपुर


Last Updated : Jun 30, 2019, 5:16 PM IST
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