भागलपुरः भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच के बैनर तले भागलपुर के कचहरी स्थित एक निजी होटल में दोनों जाति के प्रमुखों की एक बैठक हुई. मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार के नेतृत्व में हुई इस बैठक में 7 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में होने वाली रैली को सफल बनाने पर चर्चा की गई. साथ ही 5 सूत्री मांगों को लेकर सरकार के ऊपर दबाव बनाने का निर्णय लिया गया.
'रैली में बड़ी संख्या में समाज के लोग हों शामिल'
बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष ने कहा कि गांधी मैदान में 7 नवंबर को दोनों समाज के इतने लोग शामिल हों, जिससे कि देश और दुनिया के समक्ष संदेश जाए कि यह समाज अपने अधिकारों के लिए एकजुट और जागृत है. आशुतोष ने ये भी कहा कि हमारे हक की आवाज को अब कोई नहीं दबा सकेगा और ना ही नजरअंदाज कर सकेगा.
'वोट के समय याद आती है भूमिहार-ब्राह्मण जाति'
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भूमिहार ब्राह्मण जाति को वोट के समय इस्तेमाल कर फिर भूला दिया जाता है. हमें अब अपने हक की लड़ाई लड़नी होगी. रैली के माध्यम से ब्राह्मण और भूमिहार समाज के लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आरक्षण का आधार आर्थिक हो या स्वर्ण समाज को 25% आरक्षण का समुचित लाभ हर स्तर पर दिया जाए. पंचायतों को उचित प्रतिनिधित्व के दृष्टिकोण से सवर्णों के लिए आरक्षित करने की बात भी कही.
क्या है विभिन्न मांगे....
- सवर्ण आयोग का पुनर्गठन कर उसे संवैधानिक दर्जा दिए जाए
- आर्थिक रूप से कमजोर स्वर्ण समाज को 25% आरक्षण
- अन्य वर्गों की तरह उम्र सीमा में छूट दी जाए
- 50000 से 100000 तक की प्रोत्साहन राशि दी जाए
- आर्थिक रूप से कमजोर भूमिहार ब्राह्मणों के लिए परशुराम छात्रावास का निर्माण हो
बैठक में भागलपुर जिला अध्यक्ष रितेश रामायण, उपाध्यक्ष शिव चंद्र दुबे, उपाध्यक्ष अमित कुमार, महासचिव हर्षवर्धन, सचिव दिव्यांशु भारद्वाज और जिला कोषाध्यक्ष रवि शंकर ठाकुर सहित सैकड़ों की संख्या में भूमिहार और ब्राह्मण समाज के लोग शामिल हुए.