भागलपुर: बिहार में पुलिसिंग व्यवस्था को सुधारने के लिए भागलपुर में एक पहल की शुरुआत हुई है. बिहार में पहली बार बेहतर पुलिसिंग, केस के एनालिसिस व क्राइम के हॉटस्पॉट चिह्नित करने के लिए एप बनाया गया है. जिसका नाम लोकस रखा गया है. आज 8 सितंबर शुक्रवार को इस सॉफ्टवेयर को भागलपुर पुलिस को सौंप दिया गया.
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"लोकस एप से क्राइम पर लगाम लगायी जा सकेगी. क्राइम होने के बाद उस लोकेशन को तुरंत ट्रेस किया जा सकेगा. केस की मॉनिटरिंग की जा सकेगी. आने वाले दिनों में इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर और इस एप के डिजाइन से भागलपुर में क्राइम का ग्राफ घटेगा."- आनंद कुमार, एसएसपी
भागलपुर के एसएसपी को एप सौंपाः एनआईटी पटना व ट्रिपल आईटी भागलपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर पी. के. जैन ने एसएसपी आनंद कुमार को यह एप सौंपा है. ट्रिपल आईटी के वर्चुअल हॉल में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान लोकस सॉफ्टवेयर एप को डिजाइन करने वाले छात्र प्रेम, प्रतीक ने व एएसपी अपराजित लोहान ने एप का डेमो दिया. भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान( IIIT) भागलपुर और भागलपुर पुलिस के बीच इसको लेकर एमओयू साइन हुआ था.
कैसे काम करेगा एपः इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से किसी भी थाना के अंतर्गत होने वाले किसी भी तरह के अपराध के बारे में जानकारी मिलेगी. क्राइम होने के तुरंत बाद थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचेंगे. लोकस एप पर क्राइम डाटा को अपलोड किया जाएगा. इससे डीएसपी, एसएसपी व डीआईजी तक ऑनलाइन मोनिटरिंग करेंगे. इसके साथ ही क्राइम के हॉटस्पॉट को चिह्नित कर मौके पर सीसीटीवी की निगरानी व पुलिस प्रशासन निगहबानी रखेगी. एप तैयार करने वाले छात्र प्रेम और प्रतीक ने बताया कि इस एप से PREDICTIVE पुलिसिंग होगी.