भागलपुर: जिले के नाथनगर अंतर्गत गंगा प्रसाद गांव के रहने वाले 27 वर्षीय बमबम कुमार मंडल नाम के एक मजदूर की शुक्रवार सुबह अमृतसर में मौत हो गई थी. उसके परिजन शव को घर लाने के लिए सरकार और प्रशासन से लगातार मदद की गुहार लगा रहे थे. लेकिन कोई मददगार के सामने नहीं आने के बाद उसके साथियों ने चंदा जुटाकर अमृतसर में ही उसका अंतिस संस्कार कर दिया.
मृतक के परिजन बमबम कुमार मंडल के अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगाते रहे. लेकिन सिर्फ शव का पोस्टमार्टम कर उसे सौंप दिया गया. इसके अलावा प्रशासन ने कोई मदद नहीं की. भागलपुर के कंट्रोल रूम और कई नेताओं को भी मदद के लिए गुहार लगाई गई. लेकिन नेताओं ने सिर्फ आश्वासन दिया, कोई मदद के लिए आगे नहीं आया. मदद की कोई उम्मीद नहीं देखते हुए बमबम कुमार के चचेरा भाई और उसके साथियों ने उसके शव को सड़क पर रखकर चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया. 1900 रुपये जमा होने के बाद एम्बुलेंस की मदद से अमृतसर स्थित श्मशान घाट में उसके साथियों ने बमबम का अंतिम संस्कार कर दिया.
'हम सभी दाने-दाने को हैं यहां मोहताज'
मृतक के चचरे भाई आशीष कुमार ने बताया कि भतोड़िया गंगा प्रसाद इलाके के कुल दस युवक अमृतसर गोल्डन टेम्पल के नजदीक रहकर मजदूरी करने आए हैं. लॉकडाउन के दो दिन पहले ही सभी अमृतसर मजदूरी करने के लिए पहुंचे थे. अब यहां हम सभी दाने-दाने को मोहताज हो गए है. एक टाइम शाम में कोई खाना बांटने संस्था आती है, उसी से गुजारा हो रहा है. सरकार से घर वापस लौटने की गुहार लगाई है. भुखमरी से हम दस साथियों में एक तो दुनिया छोड़कर चला गया. अगर हम अपने घर सकुशल नही पहुंचे, तो हमारे साथ भी ऐसा ही होगा.
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नेता प्रतिपक्ष ने किया था ट्वीट
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और युवा राजद के प्रवक्ता अरुण यादव ने ट्वीट कर पंजाब और बिहार सरकार से बमबम कुमार मंडल के मृत शरीर को उसके घर पहुंचाने की व्यवस्था कराने की मांग की थी, जिससे उसकी मां और परिजन उसके अंतिम दर्शन कर सकें. लेकिन किसी तरह की कोई मदद नहीं मिलने के बाद उसके साथियों ने चंदा जमाकर अमृतसर में उसका अंतिस संस्कार कर दिया.