भागलपुर: आगामी काली पूजा को लेकर भागलपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय परिसर स्थित समीक्षा भवन में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में काली पूजा और छठ पूजा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर विचार विमर्श किया गया. बैठक में जिलाधिकारी ने संबोधित करते हुए कहा कि काली पूजा के आयोजन और उसके विसर्जन में कोविड-19 को लेकर केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार किया जाए.
गौरतलब हो कि भागलपुर में काली प्रतिमा के विसर्जन के लिए शोभायात्रा की परंपरा 1954 से चली आ रही है. पहली बार विसर्जन शोभायात्रा में 30 प्रतिमा एक कतार में होकर विसर्जन के लिए निकाली गई थी. धीरे-धीरे यह बढ़ता चला गया और वर्तमान में एक साथ है एक कतार में होकर 80 से 100 चलती है.
कोरोना का खतरा अभी टला नहीं
मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण में कमी आई है, फिर भी संक्रमण का खतरा टला नहीं है इसलिए बचाव के लिए निर्धारित सभी प्रोटोकॉल का पालन करे. थोड़ी सी भी ढिलाई बरतने पर गंभीर परिणाम हो सकता है. सभी स्तर पर कोरोना वायरस के बचाव को लेकर सभी गाइडलाइन का पालन करें. जिलाधिकारी ने कहा कि काली पूजा आयोजन और विसर्जन के दौरान कोविड-19 के जनित वायरस से बचाव के लिए सभी लोग मास्क अवश्य पहनें और 2 गज की दूरी का पालन भी जरूर करें.
ये लोग रहे मौजूद
बैठक में जिलाधिकारी के अलावा एसएसपी आशीष भारती, उप विकास आयुक्त सुनील कुमार, अपर समाहर्ता राजेश झा राजा, नगर आयुक्त जे प्रियदर्शनी, सदर एसडीओ आशीष नारायण सहित सभी पदाधिकारी और शांति समिति के सदस्य शामिल हुए. इस दौरान जिलाधिकारी और एसएसपी ने संयुक्त रूप से निर्देश जारी किया. जिसमें काली पूजा आयोजन के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग वर्जित के अलावा तोरण द्वार नहीं बनाना, सार्वजनिक स्थल पर मास्क का धारण करना अनिवार्य और पूजा समिति द्वारा पूजा स्थल पर पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित हो.