भागलपुर: नगर निगम के वार्ड पार्षद 19 की पार्षद डॉ प्रीति शेखर के नेतृत्व में करीब आधे दर्जन से अधिक वार्ड पार्षदों ने विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर आज नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव का घेराव किया. इस दौरान नगर निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. सभी नाराज पार्षद बजट से पहले सामान्य बोर्ड की बैठक कराने की मांग कर रहे हैं. गौरतलब हो कि नगर निगम प्रशासन ने होली के बाद बजट पास कराने को लेकर बैठक बुलाई है. इसी से पार्षद नराज हैं. आज इन्होंने मोर्चा खोल दिया है. पार्षदों का आरोप है कि साल भर से सामान्य बोर्ड की बैठक नहीं बुलाई गई. जिसके कारण पार्षदों के वार्ड की समस्या का समाधान नहीं हो सका.
इसे भी पढ़ें: भागलपुर में पॉलीथिन को लेकर दुकानों में छापेमारी, वसूले गए 15-15 सौ रुपये
नहीं बुलाई जा रही थी आम बोर्ड की बैठक
नाराज पार्षद डॉ. प्रीति शेखर ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि भागलपुर नगर निगम के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि साल भर बाद भी सामान्य बोर्ड की बैठक आयोजित नहीं हुई. जिस कारण निगम क्षेत्र के विकास कार्य बाधित हुए हैं. उन्होंने कहा कि सम्मानित पार्षद अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर बात नहीं रख सके. जिसके कारण उनके क्षेत्र की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि जनता के कोप का भाजन पार्षदों को होना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि सामान्य बोर्ड की बैठक संवैधानिक प्रक्रिया के तहत आयोजित होती है. उस बैठक में पार्षदों की बातें सुनी जाती हैं. उस पर चर्चा होती है और फिर अनुपालन किया जाता है. जिससे कि जनता की समस्याओं का समाधान होता है. लेकिन सामान्य बोर्ड की बैठक को लेकर नगर निगम प्रशासन द्वारा कोई योजना नहीं है.
नाराज पार्षदों ने किया नगर आयुक्त का घेराव
बता दें कि नगर निगम के नाराज पार्षदों ने नगर आयुक्त का घेराव करने से पहले जनहित से जुड़े करीब 17 मुद्दों को लेकर नगर आयुक्त के संग घंटों तक बैठक की. बैठक में संतोषजनक जवाब और सामान्य बोर्ड की बैठक पर कोई निर्णय नहीं होने पर सभी पार्षदों ने वॉक आउट कर दिया. इसके बाद पार्षदों ने नगर निगम सभागार के मुख्य गेट पर धरना दे दिया.
इस दौरान नगर आयुक्त सभागार में ही मौजूद थे. जब नगर आयुक्त सभाकक्ष से बाहर जाने का प्रयास कर रहे थे, तो पार्षदों ने उन्हें जाने से रोक दिया. काफी देर हो हंगामा होता रहा, नारेबाजी होती रही. फिर नगर आयुक्त के मेयर से फोन पर बातचीत करने के बाद बजट से पहले सामान्य बोर्ड की बैठक बुलाने का आश्वासन दिया. जिसके बाद पार्षदों ने अपना धरना समाप्त किया.