भागलपुर: बिहार का भागलपुर कतरनी चूड़ा के लिए मशहूर है. ऐसे में मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर भागलपुर जिला प्रशासन की तरफ से बिहार भवन को तीन क्विंटल कतरनी चूड़ा का सौगात (Katarni Chura to Bihar Bhawan) भेजा गया है. यह रतनपुर क्षेत्र के मनीष सिंह के खेत में जैविक विधि से उगाया हुआ खास कतरनी चूड़ा है, जो देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को वितरित किया जाएगा. हर वर्ष यह सौगात मकर संक्रांति के मौके पर भेजा जाता है.
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जैविक खेती से उगाया गया कतरनी चूड़ा: कृषि विभाग के आत्मा निदेशक प्रभात कुमार ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मकर संक्रांति के पूर्व कतरनी चूड़ा बिहार भवन को भेजा गया है. इस बार अधिक मात्रा में कतरनी चूड़ा भेजा गया है. पिछले साल 2 से ढाई क्विंटल चूड़ा भेजा गया था. इस बार जैविक खेती से उगाए गए तीन क्विंटल चूड़ा बिहार भवन भेजा गया. चूड़ा को ट्रेन से भेजा गया है, जो सबसे पहले बिहार भवन जाएगा. इसके बाद मकर संक्रांति पर वितरित किया जाएगा.
मौसम की मार से इस बार कम उपज: बता दें कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष मौसम की मार भी कतरनी चूड़ा को झेलनी पड़ी है. मौसम की वजह से इस बार अधिक बुआई नहीं हो सकी है. प्रभात कुमार बताते हैं कि पिछले वर्ष पंद्रह सौ हेक्टेयर में इसकी खेती की गई थी. इस बार सिर्फ 700 हेक्टेयर की खेती की गई. उन्होंने बताया कि कम उपज होने के बावजूद उच्च क्वालिटी और अधिक मांग के कारण कतरनी उगाने वाले किसानों को फायदा हुआ है.
पहले कतरनी चावल और चूड़े की खेती सिर्फ जगदीशपुर तक ही सीमित थी. लेकिन अब इसका क्षेत्र विस्तार (Cultivation of Katarni Choora In Bhagalpur) किया जा रहा है. किसानों को विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. नए प्रखंडों और ब्लॉकों में प्रयोगात्मक खेती भी की जा रही है. इस बार कई नए-नए जगहों पर इसकी खेती की गई.