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Bhagalpur News : मेंटनेंस के अभाव में नहीं खुला बीयर बांध का गेट, खेतों में लगे धान का बिचड़े बर्बाद

भागलपुर जिले के सुल्तानगंज स्थित बीयर बांध का गेट मेंटनेंस के अभाव नहीं खुल रहा है. जिससे आसपास के इलाकों के खेतों में लगे धान की बिचड़े बर्बाद हो गये. वहीं लघु संसाधन विभाग ने बांध के गेट को खोलने का प्रयास किया लेकिन गेट नहीं खुला.

Kisano ki paresani
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Published : Aug 1, 2021, 11:03 AM IST

भागलपुर: बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) जिले के सुल्तानगंज करहरिया दैशावर मौजा गहिरा नदी में बने बीयर बांध ( Beer Dam In Sultanganj ) का गेट मेंटनेंस के अभाव नहीं खुल रहा है. अब लघु जल संसाधन विभाग के लापरवाही को लेकर बांध पर खतरा मंडरा रहा है. आलम यह है कि गहिरा नदी में बने हाहा तटबंध पानी के दबाव बढ़ने से कई जगहों पर टूट गया और पानी किसानों के लगे धान के खेतों में घुस गया. फसल बर्बाद होने से किसान चिंतित हैं.

इसे भी पढ़ें: पानी में डूबा श्मशान, नाव से अंतिम यात्रा... मचान पर जुगाड़ से दाह संस्कार

वहीं लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अंभियता ने मौके पर पहुंच कर बंद पड़े गेट को खोलने का प्रयास किया लेकिन तकनीकी लापरवाही के कारण फाटक का चैनल टेढ़ा हो गया और फाटक नहीं खुला. जिससे कई पानी ओवरफलो होकर ऊतरी हिस्से के खेतों में फैल रहा है. दूसरी ओर तटबंध को बचाने के लिए विभाग से अबतक कोई भी पहल शुरू नहीं हो पाया है.

देखें वीडियो

किसानों ने बताया कि करीब 550 बीघा खेतों में पानी फैलने से धान का बिचड़े पानी में डुबकर बर्बाद हो गये हैं. वहीं हाहा तटबंध पर खतरा मंडरा रहा है. स्थानीय मुखिया चंदा देवी ने इसको लेकर सुल्तानगंज के एक दिवसीय दौरे पर आए सूबे के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से भी बचाव को लेकर गुहार लगाई थी. लेकिन अधिकारियों और सम्बन्धित विभाग द्वारा कोई पहल नहीं की गई.

इसे भी पढ़ें : भागलपुर: बाढ़ के भय से कटाव पीड़ित खुद तोड़ रहे अपना घर, अब तक नहीं मिली सरकारी मदद

बता दें कि 1 करोड़ 80 लाख की लागत से बने बीयर बांध का निर्माण कराया गया था ताकि किसानों के फसल को बचाया जा सके. स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके. लेकिन विभागीय लापरवाही का आलम यह रहा है गेट का रख-रखाव और समय पर उसका रिपेयरिंग नही हो पाया जिसके कारण किसानों के सैकड़ों बीघे में लगे फसल बर्बाद हो गये. दूसरी ओर हाहा तटबंध पर भी खतरा मंडरा रहा है.

भागलपुर: बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) जिले के सुल्तानगंज करहरिया दैशावर मौजा गहिरा नदी में बने बीयर बांध ( Beer Dam In Sultanganj ) का गेट मेंटनेंस के अभाव नहीं खुल रहा है. अब लघु जल संसाधन विभाग के लापरवाही को लेकर बांध पर खतरा मंडरा रहा है. आलम यह है कि गहिरा नदी में बने हाहा तटबंध पानी के दबाव बढ़ने से कई जगहों पर टूट गया और पानी किसानों के लगे धान के खेतों में घुस गया. फसल बर्बाद होने से किसान चिंतित हैं.

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वहीं लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अंभियता ने मौके पर पहुंच कर बंद पड़े गेट को खोलने का प्रयास किया लेकिन तकनीकी लापरवाही के कारण फाटक का चैनल टेढ़ा हो गया और फाटक नहीं खुला. जिससे कई पानी ओवरफलो होकर ऊतरी हिस्से के खेतों में फैल रहा है. दूसरी ओर तटबंध को बचाने के लिए विभाग से अबतक कोई भी पहल शुरू नहीं हो पाया है.

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किसानों ने बताया कि करीब 550 बीघा खेतों में पानी फैलने से धान का बिचड़े पानी में डुबकर बर्बाद हो गये हैं. वहीं हाहा तटबंध पर खतरा मंडरा रहा है. स्थानीय मुखिया चंदा देवी ने इसको लेकर सुल्तानगंज के एक दिवसीय दौरे पर आए सूबे के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से भी बचाव को लेकर गुहार लगाई थी. लेकिन अधिकारियों और सम्बन्धित विभाग द्वारा कोई पहल नहीं की गई.

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बता दें कि 1 करोड़ 80 लाख की लागत से बने बीयर बांध का निर्माण कराया गया था ताकि किसानों के फसल को बचाया जा सके. स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके. लेकिन विभागीय लापरवाही का आलम यह रहा है गेट का रख-रखाव और समय पर उसका रिपेयरिंग नही हो पाया जिसके कारण किसानों के सैकड़ों बीघे में लगे फसल बर्बाद हो गये. दूसरी ओर हाहा तटबंध पर भी खतरा मंडरा रहा है.

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