भागलपुर: जिले में लॉक डाउन के बाद पशुपालकों की परेशानियां बढ़ गई है. अपने पशुओं के लिए पशुपालक के घरों में रखे पशु आहार का स्टॉक खत्म हो चुका है. मवेशी पालक चारा खरीदने के लिए दियारा इलाके में पैदल या साइकिल से जाकर महंगे दामों में चारा खरीदने को मजबूर हैं.
पशुओं को नहीं मिल रहा चारा
पशु पालकों ने कहा कि हम तो किसी तरह रह लेते हैं. लेकिन बेजुबान जानवर को यदि समय पर भोजन नहीं मिलता है तो वह काफी चिल्लाने लगते हैं. पशुपालक रितेश कुमार ने बताया कि पशु चारा गांव में नहीं मिल रहा इसलिए उन्हें दियारा से लाकर खिलाना पड़ रहा है. जो कुछ घर में बचा हुआ था सारा खत्म हो गया है. गौरव कुमार ने भी कहा कि पशु चारा काफी मांगा मिल रहा है इसलिए दियारा इलाके में सुबह शाम जाकर चारा खरीदकर पशु को खिलाते हैं.
'सरकार को पशुओं की नहीं है कोई चिंता'
पवन कुमार मंडल ने कहा कि हम लोग पशु पर ही निर्भर हैं. उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के बीच शासन ने अति आवश्यक चीजों की दुकान खुली रखने का फरमान जारी किया था. लेकिन सरकार ने पशुओं की चिंता नहीं की. 1 सप्ताह बीत जाने के बाद पशु आहार की दुकान खोलने को लेकर भी कोई अस्पष्ट आदेश जारी नहीं हुआ. जिस वजह से अभी तक पशुपालक को पशु आहार के लिए अपने घर से काफी दूर जाकर चारा लाना पड़ रहा है. इस दौरान पशुपालक को काफी परेशानी भी उठानी पड़ रही है.