भागलपुर: बिहार के भागलपुर में आयी बाढ़ से गंगा नदी (Ganga River ) तट पूरी तरह से साफ हो गया है. जिसके चलते गंगा घाट पर अब घड़ियाल भी दिखाई (Alligator Seen in Ganga) दे रहे हैं. बरारी स्थित गंगा नदी में दुर्लभ घड़ियाल दिखाई देने पर स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना डॉल्फिन मित्र और वन विभाग को दी. मौके पर पहुंचे वनविभाग के पदाधिकारी नाव के माध्यम से नदी में उतरे. जहां उनको कई घड़ियाल दिखाई दिये.
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बताया जा रहा है कि गंगा नदी में घड़ियाल देखे जाने की सूचना मिलने पर वन प्रमंडल पदाधिकारी भरत चिंतपल्ली और पशु चिकित्सा पदाधिकारी डा. संजीत कुमार अपनी टीम के साथ बरारी घाट पहुंचे. स्थानीय लोगों से पूछताछ करने के बाद वन प्रमंडल अधिकारी डॉल्फिन मित्र को साथ लेकर नाव से घड़ियाल की खोज करने के लिए निकल गये. गंगा नदी में घंटों बिताने के बाद अलग-अलग इलाके में चार से पांच बार घड़ियाल दिखाई दिये. जिसकी तस्वीर वन प्रमंडल पदाधिकारी की टीम ने आधुनिक कैमरे से लिया है. वन प्रमंडल पदाधिकारी ने इसकी पुष्टि भी की है.
इस संबंध में वन प्रमंडल पदाधिकारी भरत चिंतपल्ली ने बताया कि विक्रमशिला गंगेय डॉल्फिन आश्रयनी में पिछले साल भी घड़ियाल दिखाई दिये थे, जिसकी तस्वीर भी ली गयी थी. उन्होंने बताया कि एक बार फिर से घड़ियाल दिखाई दिया है. घड़ियाल दिखाना इस बात को दर्शाता है कि स्थानीय मछुआरे, गंगा किनारे बसे समाज के लोग, डॉल्फिन मित्र व वन विभाग के सहयोग से विक्रमशिला गंगे डॉल्फिन आश्रयनी के लिये जैव विविधता का संरक्षण और संवर्धन के लिए जो कार्यक्रम चलाया गया है. उसका अनुकूल परिणाम मिल रहा है.
वहीं, वन प्रमंडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि भागलपुर में पिछले साल भी व्यस्क घड़ियाल दिखाई दिया था. इस बार छोटा घड़ियाल भी दिखाई दिया. अब तक तीन टंगा पुल घाट भागलपुर के आसपास 5 से 6 बार घड़ियाल को देखा गया है. उन्होंने कहा कि इस बार जो दिखाई दिया है, वह घड़ियाल का बच्चा है. इससे अनुमान है कि इस इलाके में और भी घड़ियाल हैं. यह मनुष्य के लिए खतरनाक नहीं है, यह मनुष्य को नुकसान नहीं पहुंचाता.
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