भागलपुर: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) के बड़े तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) पार्टी और परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. माना जा रहा है कि लालू परिवार में ही अंदरुनी लड़ाई और तेज हो गई है. वहीं सियासी कयासों के बीच बिहार कांग्रेस ने तेज प्रताप यादव और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव को कांग्रेस में शामिल होने का खुला ऑफर दे दिया है. कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा कि इन दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत है.
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कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने तेजप्रताप यादव को कांग्रेस में शामिल होने का खुला ऑफर दिया है. तेज प्रताप इन दिनों राजद से नाराज चल रहे हैं. ऐसे राजद के नेता शिवानंद तिवारी ने तेजप्रताप लेकर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि राजद में अब तेजप्रताप यादव नहीं है. उन्होंने स्वयं ही पार्टी से निष्कासित हो लिया है.
ऐसे में में अब कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने तेजप्रताप यादव को कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर दिया है तो महागठबंधन में भी अब सब कुछ ठीक नहीं होने का संकेत मिल रहा है. अजीत शर्मा ने कहा कि यदि तेजप्रताप कांग्रेस में आते हैं तो उनका स्वागत है. कांग्रेस पार्टी देश का है. देश की राष्ट्रीय पार्टी है. एक- एक जनता का पार्टी कांग्रेस पार्टी है. इसलिए यदि तेज प्रताप कांग्रेस में आते हैं तो उनका स्वागत है
वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत में कांग्रेस नेता अजीत शर्मा जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन को भी कांग्रेस में शामिल होने का न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन पहले से ही कांग्रेस में बहुत बड़ी नेत्री हैं, इसलिए उन्हें भी अपने पार्टी को कांग्रेस में विलय कर लेना चाहिए और केंद्र के नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए साथ आकर काम करना चाहिए.
'पप्पू यादव को पहले भी अलग से चुनाव नहीं लड़ना चाहिए. उन्हें अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस में भी विलय करें और बिहार में कांग्रेस को मजबूत बनाएं और दोनों मिलकर बिहार की सत्ता में आकर बिहार का विकास करें. ':- अजीत शर्मा, कांग्रेस विधायक
उन्होंने कहा कि बिहार में होने वाले उपचुनाव में तेजस्वी यादव के फ्रेंडली फाइट के बयान को लेकर कहा कि फ्रेंडली शब्द कोई मायने नहीं रखता. उन्होंने कहा कि राजद ने बिना महागठबंधन के बैठक किए ही दोनों सीटों पर प्रत्याशियों को उतार दिया है, इसलिए अब कांग्रेसी भी मजबूती के साथ दोनों सीट पर अपने प्रत्याशी उतार रही है. जनता तय करेगी कि कौन किस पर भारी पड़ेगा.
अजीत शर्मा ने कहा कि कुशेश्वर स्थान पर कांग्रेस के प्रत्याशी 2020 में उतारे थे और साढ़े 7 हजार से भी कम वोटों से चुनाव हारे थे. जबकि तारापुर सीट पर राजद कांग्रेस प्रत्याशी से अधिक वोटों से हारे थे. उन्होंने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में 70 सीट कांग्रेस को दिया था जिसमें से एक सीट कुशेश्वरस्थान भी था. उन्होंने कहा कि तारापुर और कुशेश्वरस्थान दोनों सीट पर कांग्रेस जीत दर्ज करेगी ,जनता कांग्रेस के साथ है.
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