भागलपुर: जिले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अनुशासनहीनता कदाचार, भ्रष्टाचार और वसूली में शामिल करीब 15 कॉन्स्टेबल लेवल के पुलिसकर्मियोंं को नौकरी से निकाला जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसमें से कुछ सिपाही ने डीआईजी सुजीत कुमार को अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बताते हुए अपने आप को बेगुनाह साबित करने के लिए आवेदन लिखा है और मौका मांगा है.
जानकारी के मुताबिक 130 फाइल प्रोसिडिंग के लिए भी एसएसपी द्वारा डीआईजी को भेजा गया है. जिस पर भी कार्रवाई होने की बात कही जा रही है. 130 फाइल में भी कई पुलिस अफसर शामिल है. फाइनल डिसीजन के लिए डीआईजी के पास पेपर पहुंच गया है. डीआईजी उन फाइलों को देख रहे हैं.
सिपाहियों ने बचाव में डीआईजो को लिखा आवेदन
बता दें कि बीते दिनों कजरेली थाना क्षेत्र में कदाचार में शामिल सपाही देव कुमार, मनीष कुमार, दिलीप कुमार, निरंजन कुमार शामिल है. जिन्होंने अपने बचाव में डीआईजी को आवेदन लिखा है. जिन्होंने अपने आप को बेगुनाह बताया है. जिन्होंने डीआईजी को लिखें आवेदन में कहा है कि उसे फंसाने के लिए ऐसा किया गया था, इसलिए एक मौका दिया जाए अपने आप को बेगुनाह साबित करने के लिए. जिसका पेपर डीआईजी के पास पहुंचा है.
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बता दें कि अनुशासनहीनता कदाचार, भ्रष्टाचार और वसूली में शामिल सपाही देव कुमार का रिटायरमेंट में 2 महीना शेष था. जिस से पहले ही भागलपुर पुलिस ने उसके ऊपर कार्रवाई करते हुए उसे नौकरी से हटा दिया है.