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भागलपुर की चंपानदी में मिली 5 फीट लंबी 30 किलो की अनोखी मछली

भागलपुर की चंपानदी में एक 5 फीट लंबी 30 किलो की अनोखी मछली (5 feet long 30 kg unique fish) मिली है. जिसे देखने के लिए स्थानीय लोगों की वहां भीड़ जुट गई. जानकारों ने इसे सामान्य प्रजाति की बांगर मछली बताया है.

अनोखी मछली
अनोखी मछली
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Published : Dec 12, 2022, 9:19 AM IST

Updated : Dec 12, 2022, 1:21 PM IST

भागलपुरः बिहार के भागलपुर की चंपानदी में एक 5 फीट लंबी 30 किलो की अनोखी मछली (Unique fish found in Champa river of Bhagalpur) मिली है. चंपानदी में रामपुर मुसहरी घाट के पास मिली इस मछली को देखने के लिए लोगों का हुजूम जुट गया. कुछ लोग इसे भगवान विष्णु का अवतार कहने लगे. अंधविश्वासवश में लोग मछली की आरती तक उतारने लगे. मछली का वजन करीब 30 किलो बताया जा रहा है. जानकारों ने इसे सामान्य प्रजाति की बागर मछली बताया है.

ये भी पढ़ेंः चार आंखें.. एरोप्लेन जैसे पंख.. गंडक में कैसे आ गई विनाशकारी मछली, बढ़ी टेंशन

इस मछली की उम्र 4 से 5 साल होती हैः दरअसल नाथनगर प्रखंड के रामपुर खुर्द पंचायत के चंपा नदी के नजदीक मुसहरी घाट में रविवार की दोपहर लगभग 5 फीट की मछली पकड़ी गई. पुराने लोगों ने बताया किस मछली का नाम बागर मछली है. यह पानी से निकलने के बाद 2 घंटे तक जीवित रही थी. इस मछली कुछ दिनों से नदी में देखी जा रही थी, जिसे पकड़ने के लिए कई लोग काफी दिनों से प्रयासरत थे. आखिरकार मछली पकड़ ली गई. मछुआरों का कहना है कि पानी में इसके आने से छोटी मछलियां घाट में कम दिखाई दे रही थीं. वजन और लंबाई के हिसाब से इस मछली की उम्र 4 से 5 साल है.

जॉइंट कैंट के नाम से भी जानी जाती है मछलीः कृषि विकास केंद्र सबौर के पशु विज्ञान जैड होंडा ने बताया कि जिस जगह ये मछली रहती है, उस जगह की मछलियां अन्य जीवों को खाकर अपना पेट भरती हैं. कृषि विकास केंद्र सबौर के पशु वैज्ञानिक ने बताया कि इसे जॉइंट कैंट के नाम से भी जाना जाता है. ये मछली अपने बच्चों को भी भूख लगने के बाद खा लेती है. इसका अधिकतम वजन 2 क्विंटल यानी 200 किलो तक होता है. उस अवस्था में ये एक आदमी को भी अपना भोजन बनाने की क्षमता रखती है. इसी तरह गंगा में पाई जाने वाली मंगोर मछली भी होती है. वैज्ञानिकों के अनुसार बागर मछली स्वच्छ जल और चलंत जल में रहती है. नदी में भी पाई जाती है.

भागलपुरः बिहार के भागलपुर की चंपानदी में एक 5 फीट लंबी 30 किलो की अनोखी मछली (Unique fish found in Champa river of Bhagalpur) मिली है. चंपानदी में रामपुर मुसहरी घाट के पास मिली इस मछली को देखने के लिए लोगों का हुजूम जुट गया. कुछ लोग इसे भगवान विष्णु का अवतार कहने लगे. अंधविश्वासवश में लोग मछली की आरती तक उतारने लगे. मछली का वजन करीब 30 किलो बताया जा रहा है. जानकारों ने इसे सामान्य प्रजाति की बागर मछली बताया है.

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इस मछली की उम्र 4 से 5 साल होती हैः दरअसल नाथनगर प्रखंड के रामपुर खुर्द पंचायत के चंपा नदी के नजदीक मुसहरी घाट में रविवार की दोपहर लगभग 5 फीट की मछली पकड़ी गई. पुराने लोगों ने बताया किस मछली का नाम बागर मछली है. यह पानी से निकलने के बाद 2 घंटे तक जीवित रही थी. इस मछली कुछ दिनों से नदी में देखी जा रही थी, जिसे पकड़ने के लिए कई लोग काफी दिनों से प्रयासरत थे. आखिरकार मछली पकड़ ली गई. मछुआरों का कहना है कि पानी में इसके आने से छोटी मछलियां घाट में कम दिखाई दे रही थीं. वजन और लंबाई के हिसाब से इस मछली की उम्र 4 से 5 साल है.

जॉइंट कैंट के नाम से भी जानी जाती है मछलीः कृषि विकास केंद्र सबौर के पशु विज्ञान जैड होंडा ने बताया कि जिस जगह ये मछली रहती है, उस जगह की मछलियां अन्य जीवों को खाकर अपना पेट भरती हैं. कृषि विकास केंद्र सबौर के पशु वैज्ञानिक ने बताया कि इसे जॉइंट कैंट के नाम से भी जाना जाता है. ये मछली अपने बच्चों को भी भूख लगने के बाद खा लेती है. इसका अधिकतम वजन 2 क्विंटल यानी 200 किलो तक होता है. उस अवस्था में ये एक आदमी को भी अपना भोजन बनाने की क्षमता रखती है. इसी तरह गंगा में पाई जाने वाली मंगोर मछली भी होती है. वैज्ञानिकों के अनुसार बागर मछली स्वच्छ जल और चलंत जल में रहती है. नदी में भी पाई जाती है.

Last Updated : Dec 12, 2022, 1:21 PM IST
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