बेगूसराय: जिले के एसपी ऑफिस में सैंकड़ों की संख्या में लड़की और महिलाएं अपना चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने आई हैं. बेगूसराय जिले के 18 प्रखंडों में समाज कल्याण विभाग की ओर से महिला पर्यवेक्षक के 121 पद के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई है. शैक्षणिक प्रमाणपत्रों के अलावा अभ्यर्थी को पुलिस विभाग से चरित्र प्रमाण पत्र बनवा कर देना होता है. इसका उद्देश्य इस बात की प्रमाणिकता होगी कि अभ्यर्थी के खिलाफ थाने में किसी भी तरह का आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
घंटों चिलचिलाती धूप में खड़ी महिलाएं
बेरोजगारी की मार झेल रहे बिहार में पढ़े लिखे लोगों के लिए किसी भी विभाग की बहाली एक पर्व के समान होता है. चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बीते कई दिनों से हजारों की संख्या में लड़की और महिलाएं पुलिस अधीक्षक कार्यालय का चक्कर काट रही हैं. घंटों चिलचिलाती धूप में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं. कतार में ऐसी भी महिलाएं हैं जो शारीरिक रूप से अस्वस्थ हैं. कुछ ऐसी भी हैं जो गोद में बच्चे को लेकर चिलचिलाती धूप में खड़ी होकर अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं.
जुगाड़ से होता है काम
जब बात पुलिस डिपार्टमेंट की आती है तो कायदे से कोई काम इस विभाग में नहीं होता है. पैरवी वाले लोग अपने अभ्यर्थी को पहले चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने की जुगाड़ में लगे होते हैं. कुछ अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों ने मांग है कि यहां पर महिला सिपाहियों की प्रतिनियुक्ति कर प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए. लोग नियम को ताक पर रखकर काम कर रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. ऐसा नहीं होना चाहिए कि जो लोग घंटों खड़े हैं, वो लाइन में ही खड़े रहें और 5 मिनट पहले आने वाले लोग अपना काम करवा कर निकल जाएं.
121 पद के लिए हजारों आवेदक
अभ्यर्थियों की परेशानी और हो हंगामे से पुलिस डिपार्टमेंट के लोग बेखबर हैं. अधिकारी भी मानते हैं कि हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं. जिससे जगह की कमी और आदमी की कमी के कारण ये हालात हैं. इससे न सिर्फ महिलाओं और अभिभावकों को परेशानी हो रही है बल्कि थाना से लेकर पुलिस मुख्यालय तक पुलिस डिपार्टमेंट के लोग भी इसमें उलझे हुए हैं.