बेगूसराय: मछुआरों के सवाल पर गुरुवार से बिहार राज्य जल श्रमिक संघ बेगूसराय जिला कमिटी के आह्वान पर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की गई है. इनका आरोप है कि मत्स्य विभाग की ओर से बंदोबस्त जलकर और गंगा के ढाब में मछुआरों को मछली मारने का अधिकार प्राप्त है.
विरोध में भूख हड़ताल
इसके बावजूद अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी शामहो आकहा कुरहा की ओर से एक खास अपराधी और दबंग वयक्ति के साथ आम लोगों की ओर से मछली शिकारमाही करवाया जाता है. इस मामले में कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिसके विरोध में भूख हड़ताल शुरू किया गया है.
जबरदस्ती मछली मरवाने का काम
बिहार राज्य जल श्रमिक संघ मटिहानी और शामहो आकहा कुरहा की ओर से मछुआरों के सवाल पर आज से निश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू कर दिया है. आरोप है कि डीएम के आदेश के बावजूद शामहो अकहा कुरहा के अंचलाधिकारी और थानाप्रभारी आदेश की अवहेलना करते हुए एक दबंग और अपराधी की ओर से जबरदस्ती मछली मरवाने का काम करते रहे हैं.
अधिकारी नहीं कर रहे कार्रवाई
इसके विरोध में जलश्रमिक संघ अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब तक आरोपी वयक्ति, अंचलाधिकारी और थानाप्रभारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक वो भूख हड़ताल पर डटे रहेंगे. इनका आरोप है कि मतस्य पदाधिकारी और एसडीओ की ओर से आरोपी पर कार्रवाई के बदले मिलजुल का मछली मारने की बात कही जा रही है. जिसका वो विरोध करते हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि डीएम और आरक्षी अधीक्षक के आदेश के बावजूद मतस्य पदाधिकारी के आफिस में आरोपी का दिनभर बैठकी रहती है. जिससे जाहिर है कि निचले स्तर के पदाधिकारी के मिली भगत से ये सब हो रहा है.
मछुआरों को नहीं मिल रहा लाभ
इनका आरोप है कि मछुआरों को मिलने वाले तमाम तरह के लाभ में धांधली की जा रही है. जिससे मछुआरों को सही लाभ नहीं मिल रहा है. इस मौके पर संघ के गणेश सहनी, जिला मंत्री अनिरुद्ध सहनी, अबरुद्ध सहनी, सरजुग बिंद निषाद, सचिन टूना, बिंद निषाद, सुभाष सहनी और अवध किशोर सहनी आदि मौजूद रहे.