बेगूसराय: जिले में कार्यरत सैकड़ों कार्यपालक सहायकों का दो दिवसीय सांकेतिक धरना-प्रदर्शन मंगलवार को समाप्त हो गया. ग्यारह सूत्रीय मांगों के समर्थन में आयोजित इस धरना-प्रदर्शन के कारण जिले के विभिन्न विभागों में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कार्यपालक सहायकों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह उग्र आंदोलन करेंगे.
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बिहार प्राशसनिक सुधार के निर्णय के विरोध में धरना प्रदर्शन
समाहरणालय के दक्षिणी द्वार पर आयोजित इस धरना प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष पप्पू कुमार ने किया. कार्यपालक सहायकों का कहना है कि उनकी योजना अवधि को हटाते हुए उनकी सेवा कार्य को स्थाई किया जाए. जिलाधिकारी द्वारा एक परीक्षा लेने के बाद दोबारा परीक्षा की बाध्यता को समाप्त करने और हार्डवेयर की वैधता को समाप्त करने का कार्यपालक सहायक विरोध कर रहे हैं. कार्यपालक सहायकों का विरोध बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी की 5 फरवरी को आयोजित 29 में बैठक की कार्यवाही की कंडिका 6,7,8,9 में लिए गए निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने को लेकर भी है.
दो दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से कार्यपालक सहायकों ने निमित्त उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं को मूल स्वरूप में लागू करने की मांग रखी है . साथ ही साथ सभी कार्यमुक्त कार्यपालक सहायकों को उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओ के आलोक में तत्काल प्रभाव से अन्य विभागों में समायोजित करने की भी मांग की है.