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बेहद खतरनाक है कालसर्प दोष! कहीं आप तो नहीं हैं पीड़ित? मौनी अमावस्या पर करें ये खास उपाय - MAUNI AMAVASYA 2025

यदि आपकी कुंडली में पितृ दोष या कालसर्प दोष है, तो आप इस मौनी अमावस्या 2025 पर शुभ योग में इससे मुक्ति पा सकते हैं...

MAUNI AMAVASYA 2025
मौनी अमावस्या पर करें ये खास उपाय (GETTY IMAGE)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 28, 2025, 1:09 PM IST

हैदराबाद: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, और यह तिथि पितरों को समर्पित है. इस दिन, लोग अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। इस बार, मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बुधवार को पड़ रही है, जिसके कारण इसका महत्व कई गुना बढ़ गया है. इस दिन ग्रहों का शुभ योग बन रहा है, जिससे यह दिन पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गया है.

पितृ दोष और कालसर्प दोष: जीवन की चुनौतियां

लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र का कहना है कि, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष या कालसर्प दोष होता है, तो उसे जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. पितृ दोष के कारण व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं के साथ-साथ पारिवारिक जीवन में भी कलह का सामना करना पड़ता है. वहीं, कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति को मानसिक तनाव, स्वास्थ्य समस्याएं और करियर में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है.

मौनी अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति के उपाय
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि, यदि आपकी कुंडली में पितृ दोष है, तो आप इस मौनी अमावस्या पर शुभ योग में इससे मुक्ति पा सकते हैं. इसके लिए, आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए:

  • तर्पण और श्राद्ध कर्म: किसी योग्य पंडित की सहायता से अपने पितरों के नाम से तर्पण और श्राद्ध कर्म करें.
  • ब्राह्मणों को भोजन: ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उन्हें दान दें.
  • पिंडदान: किसी पवित्र स्थल पर जाकर अपने पितरों का पिंडदान करें और उनसे अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करें.

मौनी अमावस्या पर कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय
डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया, यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो आप इस मौनी अमावस्या पर निम्नलिखित उपाय करके इससे मुक्ति पा सकते हैं.

  • भगवान शिव का रुद्राभिषेक: विधि-विधान से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें. इसके लिए आप किसी ब्राह्मण से मदद ले सकते हैं. उचित मंत्रों के उच्चारण के साथ भगवान शिव का अभिषेक करें.
  • गंगा स्नान और मंत्र जाप: गंगा जी में स्नान करें और "ओम हौं जूं सः ओम भूर्भुवः स्वः ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ओम स्वः भुवः भूः ओम सः जूं हौं ओम" इस मंत्र का जप करें.
  • नाग-नागिन का दान: भगवान शिव की पूजा करें और चांदी के छोटे से नाग-नागिन बनाकर शिवलिंग पर अर्पित करें. इसके बाद, भगवान शिव का विधिपूर्वक पूजन करें और नाग-नागिन को किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें.

मौनी अमावस्या: एक महत्वपूर्ण अवसर
मौनी अमावस्या पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति पाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. इस दिन, इन उपायों को करने से आप अपने जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं. इसलिए, इस शुभ अवसर का लाभ उठाएं और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करें.

ध्यान दें: यह केवल एक सामान्य जानकारी है. किसी भी उपाय को करने से पहले, योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है.

यह भी पढ़ें- आज का पंचांग: भगवान रुद्र का शासन, नई योजना बनाने के लिए सबसे अच्छा दिन

हैदराबाद: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, और यह तिथि पितरों को समर्पित है. इस दिन, लोग अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। इस बार, मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बुधवार को पड़ रही है, जिसके कारण इसका महत्व कई गुना बढ़ गया है. इस दिन ग्रहों का शुभ योग बन रहा है, जिससे यह दिन पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गया है.

पितृ दोष और कालसर्प दोष: जीवन की चुनौतियां

लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र का कहना है कि, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष या कालसर्प दोष होता है, तो उसे जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. पितृ दोष के कारण व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं के साथ-साथ पारिवारिक जीवन में भी कलह का सामना करना पड़ता है. वहीं, कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति को मानसिक तनाव, स्वास्थ्य समस्याएं और करियर में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है.

मौनी अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति के उपाय
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि, यदि आपकी कुंडली में पितृ दोष है, तो आप इस मौनी अमावस्या पर शुभ योग में इससे मुक्ति पा सकते हैं. इसके लिए, आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए:

  • तर्पण और श्राद्ध कर्म: किसी योग्य पंडित की सहायता से अपने पितरों के नाम से तर्पण और श्राद्ध कर्म करें.
  • ब्राह्मणों को भोजन: ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उन्हें दान दें.
  • पिंडदान: किसी पवित्र स्थल पर जाकर अपने पितरों का पिंडदान करें और उनसे अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करें.

मौनी अमावस्या पर कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय
डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया, यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो आप इस मौनी अमावस्या पर निम्नलिखित उपाय करके इससे मुक्ति पा सकते हैं.

  • भगवान शिव का रुद्राभिषेक: विधि-विधान से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें. इसके लिए आप किसी ब्राह्मण से मदद ले सकते हैं. उचित मंत्रों के उच्चारण के साथ भगवान शिव का अभिषेक करें.
  • गंगा स्नान और मंत्र जाप: गंगा जी में स्नान करें और "ओम हौं जूं सः ओम भूर्भुवः स्वः ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ओम स्वः भुवः भूः ओम सः जूं हौं ओम" इस मंत्र का जप करें.
  • नाग-नागिन का दान: भगवान शिव की पूजा करें और चांदी के छोटे से नाग-नागिन बनाकर शिवलिंग पर अर्पित करें. इसके बाद, भगवान शिव का विधिपूर्वक पूजन करें और नाग-नागिन को किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें.

मौनी अमावस्या: एक महत्वपूर्ण अवसर
मौनी अमावस्या पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति पाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. इस दिन, इन उपायों को करने से आप अपने जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं. इसलिए, इस शुभ अवसर का लाभ उठाएं और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करें.

ध्यान दें: यह केवल एक सामान्य जानकारी है. किसी भी उपाय को करने से पहले, योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है.

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