बेगूसराय: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का लाभ जरूरत मंदों को नहीं मिल पा रहा है. ताजा मामला जिला मुख्यालय से सटे धबौली गांव की शिवकुमारी देवी का है, जो अपने बेटे की इलाज के लिए दर-दर भटक रही हैं. शिवकुमारी देवी बेटे को दिल्ली एम्स में भर्ती कराकर आयुष्मान भारत का कार्ड बनवाने के लिए सरकरी दफ्तरों के चक्कर काट रही है.
इलाज में 7 लाख रुपये होंगे खर्च
दरअसल, शिवकुमारी देवी का बेटा गोलू 2006 से ही बीमार है. बेगूसराय से पटना तक इलाज कराकर थक गई, तो अब गोलू को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया. जहां डॉक्टर्स ने बताया कि गोलू को ए प्लास्टिक एनीमिया नामक बीमारी है. इस बीमारी में मरीज के शरीर में खून बनना बंद हो जाता है. गोलू के इलाज के लिए डॉक्टरों ने 7 लाख रुपये का खर्च बताया है.
अब आयुष्मान भारत योजना से ही उम्मीद
शिवकुमारी देवी ने डॉक्टरों को अपनी माली हालत के बारे में बताया तो उन्होंने आयुष्मान भारत कार्ड की मांग की. शिवकुमारी देवी गोलू को एम्स में ही छोड़ कर बेगूसराय लौट आईं हैं, और आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने के लिए रोज सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही हैं.
13 साल से है बीमार
शिवकुमारी देवी ने बताया कि उनके पति योगेंद्र सिंह मजदूरी कर घर चलाते हैं. खा-पी कर जो थोड़ा बहुत बचता है वो बेटे की दवा में लग जाता है. 7 लाख रुपये होते तो बेटा 13 साल से बीमारी की हालत में नहीं रहता. उन्होंने आगे कहा कि आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तर जाती हैं तो कोई उन्हें एसडीएम के पास जाने को कहता है, तो कोई डीएम के पास. जबकी उनका परिवार बीपीएल कार्ड धारी है. वहीं, सदर एसडीएम संजीव चौधरी ने कहा कि गोलू मामले की जानकारी हुई है. संबंधित अधिकारी को जल्द हर संभव मदद करने का निर्देश दिया गया है.