बेगूसराय : बिहार के बेगूसराय के जीडी कॉलेज में बुधवार को पीजी में नामांकन के अंतिम दिन भी एडमिशन नहीं होने और लेट लतीफी से नाराज सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे गए. छात्र -छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन पर अवैध वसूली और दौड़ाने का आरोप लगाया है. बताते चलें कि बेगूसराय के गणेश दत्त महाविद्यालय मिथिला यूनिवर्सिटी का नंबर एक महाविद्यालय है. यहां हर साल हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं ग्रेजुएशन और पीजी में एडमिशन लेते हैं.
कॉलेज प्रसासन पर अवैध उगाही का आरोप : हर बार कॉलेज प्रशासन पर अवैध उगाही और अन्य तरह के आरोप लगाते रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर पीजी में एडमिशन नहीं होने से नाराज छात्र-छात्राओं ने आंदोलन किया. सभी जीडी कॉलेज बेगूसराय के कैंपस में धरने पर बैठ गए हैं. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन पर बिना अवैध राशि लिए एडमिशन नहीं करने का आरोप लगाया है. छात्रों की नाराजगी इस बात को भी लेकर है कि यूनिवर्सिटी के द्वारा उन्हें पीजी में एडमिशन लेने के लिए दो दिनों की मोहलत दी गई थी.
"जीडी कॉलेज लूट खसोट का अड्डा बना हुआ है. हम लोग के लंबे संघर्ष के बाद पीजी मे एडमिशन की सीट पढ़ाई गई थी. लेकिन दुर्भाग्य की यूनिवर्सिटी के द्वारा दो दिनों का डेट दिया गया. आज एडमिशन का लास्ट डेट है और अभी एक भी एडमिशन नहीं हुआ है."- अमरेश कुमार, जिला अध्यक्ष, AISF
अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे छात्र-छात्रा : दूसरे दिन भी एडमिशन नहीं होने से उन लोगों में का भविष्य अधर में लटक गया है. इससे उनलोगों में खासी नाराजगी है. छात्र छात्राओं का कहना है कि जब तक उनका एडमिशन नहीं होगा, तब तक वेलोग दिन रात अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे. वहीं कॉलेज प्रशासन और उनके कर्मियों पर अवैध उगाही सहित कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. इस संबंध में कॉलेज प्रशासन के कमलेश कुमार का कहना है कि उन्हें यूनिवर्सिटी की तरफ से दो दिनों की मोहलत मिली थी.
"दो दिन के दौरान छात्र-छात्राओं के रोस्टर को बनाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है. इस कारण छात्र-छात्राओं में नाराजगी है.अब रोस्टर बनकर तैयार है. अगर छात्र- छात्राओं की इजाजत होगी तो इस रोस्टर को अपलोड कर देंगे और यूनिवर्सिटी से एडमिशन के लिए कुछ समय की मांग करेंगे."- कमलेश कुमार, कॉलेज स्टाफ
कॉलेज के शिक्षक मांगते हैं अतिरिक्त राशि : हर वर्ष की तरह बेगूसराय में हजारों छात्राएं पास आउट होते हैं और पीजी में एडमिशन के लिए प्रयास करते हैं, लेकिन समुचित सुविधा नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है. वहीं आंदोलन कर रही सुहानी कुमारी ने बताया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा उनसे रुपये की मांग की गई. ऐसा नहीं करने पर उनसे सीट नहीं होने की बात कही गई. उनके साथ पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था. जब तक उनका एडमिशन नहीं होता वो लोग धरने पर बैठे रहेंगे.
"हमलोग पिछले 10 दिनों से कॉलेज दौड़ रहे हैं. कॉलेज प्रशासन के द्वारा यह कहा जा रहा है कि एडमिशन का डेट खत्म हो गया है. कॉलेज में सीट नहीं है. सर के द्वारा दस से बीस हजार रुपये की मांग एडमिशन के लिए की जा रही है. हमलोग दो रुपया देने वाले नहीं है. हमको बस पढ़ना है."- मनीषा कुमारी, छात्रा
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