बेगूसराय: जिले में शुक्रवार की रात अपराधियों से मुठभेड़ में होमगार्ड के जवान राजवर्धन रंजन उर्फ पिंटू की मौत से होमगार्ड के जवानों में काफी आक्रोश है. इस घटना से जहां होमगार्ड के जवान आहत हैं. वहीं लोग सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. लोगों का मानना है कि लॉक डाउन के बावजूद जिस तरह से अपराधी अपराध की घटना को अंजाम दे रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि बेगूसराय में कानून नाम की कोई चीज नहीं है.
होमगार्ड के कर्मियों ने किया हंगामा
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब अपराधी प्रशासन पर ही गोली चला रहे हैं, तो आम लोगों का क्या होगा. अपने साथी की मौत से आहत होमगार्ड के कर्मियों ने पुलिस पदाधिकारियों के सामने जमकर भड़ास निकाली. इनका कहना था कि लोहिया नगर के वर्तमान थाना अध्यक्ष धूल-मूल नीति अपना रहे हैं.
10 लाख रुपये मुआवजे की मांग
होमगार्ड के कर्मियों ने कहा कि इस मामले में ऑन ड्यूटी मौत से संबंधित एफआईआर दर्ज होनी चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है, तो वह आंदोलन करेंगे. होमगार्ड के जवानों की मांग है कि मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा मिले. साथ ही परिजनों को सरकारी नौकरी और पेंशन के रूप में 2 हजार प्रति महीने दिया जाए.