बेगूसराय: सीएम नीतीश कुमार शनिवार को बेगूसराय के दौरे पर थे. इस दौरान नीतीश कुमार ने दो जगहों पर चुनावी सभा को संबोधित किया. इसी कड़ी में तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र के पकठौल में जेडीयू प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा के दौरान उन्हें स्थानीय लोगों द्वारा भारी विरोध का सामना करना पड़ा. हालांकि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के रहने के कारण विरोध करने वाले युवक मुख्यमंत्री के आसपास नहीं जा सके,
लेकिन जब तक मुख्यमंत्री अपना संबोधन करते रहे, तब तक वे लोग विरोध करने के क्रम में लालू यादव जिंदाबाद, तेजस्वी यादव जिंदाबाद और मुख्यमंत्री मुर्दाबाद का नारा लगाते रहे. जिसके कारण पुलिस कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वे लोग नारेबाजी कर रहे युवाओं को चुप कराते नजर आए पर हंगामा कर रहे कुछ युवा मानने को तैयार नहीं थे.
'एनडीए सरकार के काम से खुश हैं लोग'
हालांकि, इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपना संबोधन पूरा किया और पूर्व की सरकारों की खामियां गिनाई. उन्होंने एनडीए सरकार के लोक कल्याणकारी और जन कल्याणकारी योजनाओं का विस्तार से खाका पेश किया. इसके साथ ही उन्होंने अगली सरकार के इरादों की भी विस्तार से चर्चा की. मुख्यमंत्री के संबोधन के बीच कुछ युवाओं ने जब नारेबाजी करना शुरू कर दिया, तो उन्होंने कहा कि तुम 15-20 लोग जो विरोध कर रहे हो वोट मत देना. लेकिन देख लो यहां पर हजारों आदमी हैं, ये एनडीए सरकार के काम से खुश हैं.
'यहां के लोग ठीक कर देंगे'
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि आसपास नजर उठाकर देख लो, जिसके लिए हंगामा कर रहे हो. उसको यहां के लोग ठीक कर देंगे, उसका बुरा हाल कर देंगे. मुख्यमंत्री ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब जनता ने 15 साल मौका दिया था, तब कहां थे. जब पति को जेल जाने की नौबत आई, तो पत्नी को घर से निकालकर गद्दी पर बैठा दिया. इस दौरान उन्होंने अपने लिए तो सबकुछ किया, लेकिन दूसरी महिलाएं उन्हें नजर नहीं आई. सभा के दौरान मंच पर बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र से एनडीए के बीजेपी प्रत्याशी कुंदन कुमार और बछवाड़ा से बीजेपी के प्रत्याशी सुरेन्द्र मेहता भी मौजूद थे.