बेगूसराय: जिले से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से तटबंधों के आसपास वाले गांव के लोगों को तटबंध टूटने का भय सताने लगा है. इसको लेकर एसडीओ और सीओ ने बूढ़ी गंडक नदी तटबंध के संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण किया.
वहीं, अधिकारियों ने ग्रामीणों की सूचना पर तटबंध के उन संवेदनशील स्थलों को भी देखा, जहां शाही और खिखिर जैसे जन्तुओं के बिल बड़ी संख्या में मिले थे. इस दौरान इसके मरम्मत किए जाने की बात कहते हुए ग्रामीणों को भयमुक्त रहने की बात कही.
बिल को किया गया बंद
इस दौरान सीओ ने बताया कि आकोपुर में बांध में मिले जन्तुओं के बिल में धुआं देकर जन्तुओं को भगा दिया गया है. इन बिल में थायमेट कीटाणुनाशक दवा देकर बिल को ठीक ढंग से बंद कर दिया गया है. बिल वाले स्थानों पर मजदूरों ने पूरी मिट्टी हटाकर बिल की संभावना को खत्म कर दिया गया है.
नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी
इन स्थलों पर नई मिट्टी डालकर उसके उपर मिट्टी भरे बोरों से इसे दुरुस्त कर दिया गया है. यहां अब किसी तरह की परेशानी नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी अवश्य हो रही है. लेकिन अभी चिंता की बात नहीं है.
कई अधिकारी रहे मौजूद
इस दौरान मंझौल के अपर अनुमंडल पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार, चेरिया बरियारपुर के सीओ राजीव रंजन चक्रवर्ती, खोदावंदपुर अंचल अधिकारी सुबोध कुमार, राजस्व अधिकारी अमित कुमार और खोदावंदपुर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार वस्तुस्थिति की जानकारी लेते नजर आए.