बेगूसराय: सामरिक और आर्थिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण समझे जाने वाले एनएच 31 पर स्थित राजेंद्र सेतु एक बार फिर जर्जरता होने के कारण बंद होने के कगार पर है. राजेंद्र रेल सह सड़क पुल अपने निर्माण काल से लेकर अब तक ना सिर्फ बिहार के अन्य जिलों को राजधानी पटना और देश के अन्य भागों में जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है, बल्कि पूर्वोत्तर के राज्यों को भी सीधा जोड़ने के कारण इसका व्यापक महत्व है.
पहले भी क्षतिग्रस्त हो चुका है पुल
जिस समय इस पुल का निर्माण हुआ था, उस समय के लोग बताते हैं कि तब अन्य राज्यों में ऐसे मजबूत पुल का निर्माण नहीं हो पाया था. भारी वाहनों के बिना रोक टोक परिचालन और प्रशासनिक मिलीभगत के कारण यह पुल समय से पूर्व जर्जर हो गया. कुछ वर्ष पूर्व जब यह पुल काफी क्षतिग्रस्त हो गया था, तो इसकी रिपेयरिंग में लंबा समय लगा था. जिसके बाद वर्ष 2015- 16 में इसे दोबारा सुचारू रूप से चालू किया गया. तब लोगों को लगा था कि अब लंबे समय तक इस पुल से आवागमन होता रहेगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
स्थानीय लोग बताते हैं कि कई जगह से पुल टूटे होने के कारण यहां अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं. खास तौर पर पुल के किनारे से बाइक लेकर जा रहे कई बाइक सवार पुल का साइडर छज्जा टूटने के कारण नीचे रेल पटरी पर गिर जाते हैं. जिससे उनकी मौत हो जाती है. उनका कहना है कि रिपेयरिंग और देखरेख के नाम पर सिर्फ यहां लूट खसोट मची हुई है. जिस वजह से पुल का यह हाल है. अगर अब भी ध्यान नहीं दिया गया तो, इस पुल पर आवागमन ठप हो सकता है.