बेगूसराय: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बेगूसराय इकाई ने छात्र-छात्राओं की मूलभूत समस्याओं, स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर में अधिक फीस वसूली सहित कई मांगों को लेकर विरोधी प्रदर्शन किया. इस दौरान जीडी कॉलेज प्राचार्य का पुतला दहन किया गया. वहीं कॉलेज के प्राचार्य पर कई गंभीर आरोप लगाए गए.
इस मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार और नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि जीडी कॉलेज के वर्तमान प्राचार्य हिटलर की राह पर चल रहे हैं. बिना किसी सूचना के नामांकन प्रारंभ हो जाता है और जिन कार्य के लिए छात्र-छात्रा एक बार पैसा दे चुके होते हैं, उसी कार्य के लिए दोबारा उनसे पैसा वसूला जाता है.
आंदोलन की चेतावनी
कॉलेज में एक साथ तीन-तीन नामांकन चल रहे हैं. लेकिन जीडी कॉलेज प्राचार्य की नजर छात्र-छात्राओं की समस्याओं के बजाए कॉलेज के खाते में पड़ी करोड़ों की मोटी रकम पर है. जिसे वह जहां तहां बिना किसी कमेटी की जांच पड़ताल के खर्च कर रहे हैं. यदि ऐसी बदहाल स्थिति जारी रहेगी तो विद्यार्थी परिषद प्राचार्य को कुर्सी से हटवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएगी, ताकि छात्र-छात्राओं की भलाई के लिए सोचने वालों के हाथ में कॉलेज को दिया जाए.
लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
कोर कमेटी सदस्य ध्रुव कुमार और कॉलेज अध्यक्ष आदित्य राज ने कहा कि कॉलेज में भ्रष्टाचार चरम पर है. लाखों रुपये की लागत से लगी हाय मोस्ट लाइट अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं और प्राचार्य की नजर नामांकन में वसूले गए करोड़ों रुपये पर है. चाहरदीवारी का निर्माण इतने घटिया तरीके से किया गया है कि निर्माण कार्य पूरा होने से पूर्व ही दीवाल पर झुरियां लग गई है. ऐसी स्थिति में आने वाले दिनों में विद्यार्थी परिषद प्राचार्य चेंबर के दरवाजे पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेगी और प्राचार्य का घेराव करेगी.
छात्र छात्राओं को कोई सुविधा नहीं
नगर सह मंत्री अंशु कुमार और छात्र नेता अतुल कुमार ने कहा कि इतने बड़े महाविद्यालय में प्राचार्य का चेंबर है, शिक्षक एवं शिक्षिका के लिए 2 जगह प्रकोष्ठ है लेकिन छात्र-छात्राओं के बैठने के लिए एक भी जगह आवंटित नहीं किया गया. बिजली बिल और कॉमन रूम के नाम पर लाखों रुपये छात्र-छात्राओं से लेने वाले कॉलेज में छात्र-छात्रा गर्मियों में मैदान की धूल फांक रहे हैं और प्राचार्य एसी का आनंद लेते हैं. यदि इस स्थिति में छात्र-छात्रा उनके खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक रहे हैं तो यह कोई गलती नहीं है. उच्च न्यायालय और विश्वविद्यालय द्वारा जारी पत्र का खुला उल्लंघन कर छात्र-छात्रा और एससी-एसटी से भी पैसे वसूले जा रहे हैं.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
कार्यालय मंत्री विवेक कुमार और नगर सह मंत्री राहुल कुमार ने कहा कि प्राचार्य के संरक्षण में दलाली फल फूल रही है और यह अपने चरम सीमा पर है. किंतु प्राचार्य कुंभकरण निंद्रा में सोए हैं और केवल जिन कार्यों से पैसे की आमदनी हो रही है उस कार्य की तरफ ही ध्यान दिए हुए हैं. कुछ कर्मचारी 11 बजे के बाद महाविद्यालय आते हैं और 2:30 बजते-बजते चले जाते हैं किंतु प्राचार्य उन्हें एक शब्द भी नहीं कहते हैं. ऐसी स्थिति में कॉलेज अराजकता का शिकार है. प्राचार्य के खिलाफ आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा.