बेगूसराय: नए कृषि कानूनों के खिलाफ एक ओर जहां दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन सातवें दिन भी जारी है, वहीं बुधवार को इनके समर्थन में बलिया में कई राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी जलाया.
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के इस प्रदर्शन को आरजेडी-कांग्रेस और वामदलों का साथ मिला. जहां लोगों ने सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया.
'किसान विरोधी है सरकार'
इस मौके पर मौजूद आरजेडी नेता फैजू रहमान ने कहा कि केंद्री की मोदी सरकार लगातार गरीब और किसान विरोधी फैसले ले रही है. इस सरकार को संख्या बल का इतना गुमान है कि बगैर किसानों, उनके संगठन और राज्य सरकार से राय-मशविरा किए इस तरह का कानून बना दिया.
बड़ी संख्या में लोग मौजूद
वहीं, प्रदर्शन में उप मुख्य पार्षद जावेद अख्तर रामबिलास यादव, सोहन यादव, विकास पासवान, संजीत दास, भागीरथ यादव, सुरेश यादव, कांग्रेस नेता हारून रशीद और प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष राम सुमिरन सिंह सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.
सरकार से किसानों की नहीं बनी बात
केंद्र सरकार और किसानों के बीच कृषि कानूनों पर मंगलवार को बैठक हुई. करीब चार घंटे तक चली ये बैठक बेनतीजा रही. दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई इस बातचीत में कोई फैसला नहीं निकलने के बाद अब अगली बैठक 3 दिसंबर को दोपहर 12 बजे होगी. हालांकि बैठक को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अच्छा बताते हुए कहा कि किसानों के साथ बातचीत अच्छी रही. हमने 3 दिसंबर को फिर से बातचीत करने का फैसला लिया है.