बेगूसराय: भारत गांवों का देश है. यहां केवल किताबों की बात नहीं बल्कि वर्तमान की सरकार ने गांव-गांव में किसानों को उन्नतिशील एवं सुविधाओं से परिपूर्ण जीवन के लिए हरसंभव मूलभूत आवश्यकताओं को उपलब्ध कराया है. केन्द्र सरकार निरंतर सामाजिक सरोकार और सामाजिक संरचनाओं सुधार का प्रयास कर रही है. लेकिन विपक्षी पार्टियां किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी रोटी सेंक रही हैं. ये उक्त बातें बेगूसराय भाजपा कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रीय मंत्री और विधान पार्षद रजनीश कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा.
किसानों की आड़ लेकर राजनीतिक बिसात साध रहा विपक्ष
रजनीश ने कहा कि यह बंद किसानों ने नहीं, बल्कि किसानों की आड़ लेकर विपक्षी दलों ने बुलाया है. यह बंद पूरी तरह से प्रायोजित है. वहीं, इस दौरान विधायक कुंदन कुमार ने कहा कि कृषि बिल किसानों के हित के लिए लाया गया है. विपक्ष इस बिल पर किसानों को बड़गलाने का काम कर रही है. अपनी राजनीतिक बिसात साधने के लिए किसानों को मौहरा बना रही है.
धरना दे रहे लोग किसान नहीं बिचौलिये
इस दौरान नेताओं ने कहा कि सरकार इस विधेयक में संशोधन करने के लिए तैयार है. लेकिन धरना दे रहे लोग सरकार की बात से राजी नहीं है. यह सब किसान नहीं बल्कि बिचौलिए हैं. जो पूरी तरह से कानून समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. इस दौरान नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा किसानों के हित में किया गया यह फैसला कांग्रेस वामपंथी राजद समेत अन्य पार्टियों को पच नहीं रहा है. जिसके कारण वह अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं. और किसान के कंधे पर बंदूक रखकर अब की रोटी सेकने का काम कर रहे हैं.