बेगूसराय: जिले में पब्लिक स्कूल के संचालकों ने अब सरकार के फैसले के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है. शिक्षक पिछले दस महीने से बंद शैक्षणिक संस्थान को खोलने की अनुमति देने और शिक्षा का अधिकार के तहत बकाया राशि भुगतान करने की मांग की. 11 सूत्री मांगों को लेकर पब्लिक स्कूल एसोसिएशन की ओर से समाहरणालय के सामने एक दिवसीय शिक्षा बचाओ सत्याग्रह किया गया.
एक दिवसीय शिक्षा बचाओ सत्याग्रह
शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण मार्च में ही सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया. वहीं, कोरोना का कहर काम होने पर सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल और ऑफिस को गाइडलाइन के साथ खोलने का निर्देश दिया जा रहा है, लेकिन विद्यालय खोलने की अनुमति नहीं दी जा रही है. इसलिए सभी विद्यालयों को खोलने की अनुमति दी जाए. कोरोना काल में बंद विद्यालय को बिहार सरकार की ओर से छात्र के अनुपात में भुगतान किया जाय. कोरोना समय का बिजली बिल माफ किया जाय और विद्यालय में संचालित संचालित वाहन की ईएमआई भुगतान की तिथि बढ़ायी जाए.
शिक्षकों ने रखी कई मांग
शिक्षकों ने कहा कि विद्यालय भवन के किराये की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार के तहत जिले के निजी विद्यालयों का 20 करोड़ सरकार पर बकाया है, उसका भुगतान किया जाय. 2020-21 की वार्षिक परीक्षा की तिथि कम से कम तीन महीने आगे बढ़ाई जाय. इस सत्याग्रह में बड़ी संख्या में जिलेभर के विद्यालय संचालक तख्ती बैनर के साथ शामिल हुए. इस दौरान शिक्षकों ने बेगूसराय के जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर राज्य सरकार को होने वाली अपनी परेशानियों से अवगत कराने की कोशिश की.