बेगूसरायः जिले में गढ़पुरा स्थित नमक सत्याग्रह स्थल पर पिछले 27 जनवरी से सत्याग्रह किया जा रहा है. यह श्री कृष्ण सिंह के नाम पर बनने वाली स्मारक के भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में देरी होने के कारण किया जा रहा है. मंगलवार को इसका नौवें दिन था. इसमें अधिवक्ताओं के एक समूह ने भी अपना समर्थन दिया है.
राज्यपाल के आदेश की अवहेलना
स्मारक के लिए 18 कट्ठा जमीन अधिग्रहण किया जाना है. इस मामले में आंदोलनकारियों को अधिवक्ताओं के खास समूह का समर्थन मिला है. अधिवक्ता वशिष्ठ कुमार अम्वष्ठ ने कहा कि जिला प्रशासन राज्यपाल के आदेश की अवहेलना कर रहा है. राज्यपाल ने जमीन के अधिग्रहण का आदेश पहले ही दे दिया था. उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही इस ओर ठोस कदम नहीं उठाया जाता है तो कानूनी प्रक्रिया का सहारा लिया जाएगा.
आजादी का प्रमुख केंद्र
बता दें कि गढ़पुरा प्रखंड स्थित नमक सत्याग्रह स्थल देश की आजादी का एक प्रमुख केंद्र रहा है. यह वही जगह है जहां श्रीकृष्ण सिंह ने अंग्रेजों के नमक कानून को तोड़कर अपनी आहुति दी थी. इस उपेक्षित स्थान के विकास के लिए काफी समय तक आंदोलन किया गया.
27 जनवरी से सत्याग्रह
बाद में बिहार सरकार ने स्मारक बनाने की अनुमति दे दी. इसके लिए राशि का आवंटन भी कर दिया गया. लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी यहां जमीन का अधिग्रहण नहीं किया गया. जिससे श्री कृष्ण का स्मारक स्थल नहीं बन पाया. जो भवन बनाया गया उसे आंदोलनकारी अवैध करार दे रहे हैं. इसी मुद्दे को लेकर यहां 27 जनवरी से सत्याग्रह जारी है.