बेगूसरायः चर्चित मोहित अपहरण मामले में बेगूसराय पुलिस की कार्रवाई आम लोगों को राहत देने वाली है. इस मामले में पुलिस ने लगभग 10 घंटे के अंदर मोहित को सकुशल बरामद कर लिया. साथ ही पुलिस ने चार अपहरणकर्ताओं को दो देसी कट्टा, अपहरण में प्रयुक्त कार और सिम बरामद किए हैं.
इस मामले में चौकाने वाली बात ये है कि इस अपहरण कांड का साजिशकर्ता कोई और नहीं बल्कि मोहित कुमार का अपना दोस्त ही निकला.
दोस्त रौशन ठाकुर ने करवाया अपहरण
दरअसल, रविवार की सुबह गढ़हरा ओपी क्षेत्र से अपहरणकर्ताओं ने स्वर्ण व्यवसायी के पुत्र मोहित ठाकुर को अहले सुबह अगवा कर लिया था. घटना के बाद से पुलिस के निशाने पर मोहित का दोस्त रौशन ठाकुर था. बाद में पूछताछ के बाद ये शक यकीन में बदल गया. इस मामले में पुलिस ने मुख्य लाइनर समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि दो अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
एसआईटी टीम ने किया मामले का खुलासा
मामले के खुलासे की जानकारी देते हुए एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि रविवार की सुबह गढ़हरा रेलवे कॉलोनी के समीप से बदमाशों ने स्वर्ण व्यवसायी मुकेश ठाकुर के पुत्र मोहित कुमार को अगवा कर लिया था. सूचना मिलते ही सदर डीएसपी राजन कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बनाई गई विशेष एसआईटी टीम ने कई तरीके से अनुसंधान शुरू किया. जिसमें स्पष्ट हो गया कि मोहित के दोस्त और पड़ोसी रौशन ठाकुर ने ही उसका अपहरण करवाया है. हिरासत में लेने के बाद रौशन ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया.
गिरफ्तारी के लिए रात भर चली छापेमारी
इसके बाद अपहृत मोहित को मटिहानी थाना क्षेत्र के खरीदी गांव स्थित एक केला के बगीचा से बरामद किया गया. मोहित के पास से नगर थाना क्षेत्र के पोखरिया निवासी साकेत महाराज को भी गिरफ्तार किया गया. साकेत की गिरफ्तारी के बाद रात भर चले छापेमारी में पोखरिया निवासी मोहम्मद सैफ और खरीदी निवासी बच्चन साह को गिरफ्तार किया गया है. घटना में दो और अपराधी शामिल थे. जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही है.
एसआईटी ने फेरा अपहरणकर्ताओं के अरमान पर पानी
एसपी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं के पास से दो देसी पिस्तौल, चार गोली, रंगदारी मांगने में उपयोग किया गया मोबाइल, सिम घटना में प्रयुक्त बगैर नंबर की टाटा टियागो गाड़ी ओर एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है. एसपी ने कहा कि सभी अपराधियों का स्पीडी ट्रायल कर कड़ी सजा दिलाई जाएगी.
एसपी ने बताया कि मोहित कुमार के दोस्त रौशन ठाकुर ने भी ज्वेलरी का कारोबार शुरू किया था. उसमें असफल होने के बाद अपहरण की साजिश रची और अपने साथी का अपहरण कर उसके परिजनों से एक करोड़ की फिरौती की डिमांड कर दी. लेकिन एसआईटी ने उसके अरमान पर पानी फेर दिया.