बेगुसराय: पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के सदस्यों ने शुक्रवार को बेगुसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की और मांग पत्र सौंपाकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया. इस दौरान महासचिव मुकेश कुमार प्रियदर्शी ने सांसद से आग्रह किया कि वे शिक्षा मंत्री भारत सरकार और बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री से बात कर विद्यालय बंद करने के फैसले पर फिर से विचार कराने का प्रयास करें.
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इस मौके पर महासचिव मुकेश कुमार प्रियदर्शी ने कहा कि विगत एक वर्ष से कोरोना महामारी से बचाव और उसके प्रसार को कम करने के उद्देश्य से सभी निजी व सरकारी शिक्षण संस्थान में सरकार के आदेशानुसार पठन-पाठन बंद रखा गया. लंबे समय से शिक्षण संस्थान बंद रहने के कारण बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ा है. लंबे समय तक शिक्षा से दूर रहने के दुष्परिणाम सामने भी सामने आ सकते हैं."
शिक्षकों के सामने भूखों मरने की नौबत
जिले में करीब 700 निजी शिक्षण संस्थान संचालित हैं. इन विद्यालयों में करीब 8000 शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी कार्यरत हैं और करीब 25000 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं. लंबी अवधि तक लॉकडाउन रहने के कारण इसमें कार्यरत शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों के साथ-साथ व्यवस्थापक के समक्ष भूखों मरने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बच रहा है."- मुकेश कुमार प्रियदर्शी, महासचिव, पब्लिक स्कूल एसोसिएशन
गिरिराज सिंह को मांग पत्र सौंपने के बाद एसोसिएशन के अध्यक्ष के नेतृत्व में सैकड़ों विद्यालय के व्यवस्थापक मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह के आवास पर पहुंचे. उनसे मिलकर सभी ने इसी तरह का मांग पत्र सौंपा.
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