बेगूसराय: विधानसभा चुनाव में शेल्टर होम को लेकर बिहार सरकार की पूर्व मंत्री सह चेरिया बरियारपुर विधानसभा से जदयू उम्मीदवार मंजू वर्मा चर्चा में हैं. एक तरफ जहां वो वोटरों को रिझाने के लिए कुंभी पंचायत में महिलाओं के साथ मिलकर धान झाड़ती नजर आ रही हैं. तो वहीं दूसरी तरफ वो वायरल वीडियो में खुलेआम एक खास वर्ग के लोगों को कुकर्मी कहती नजर आ रही हैं.
विशेष वर्ग के लोगों को बताया कुकर्मी
दरअसल मंजू वर्मा का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वो राजद और एक खास जाति विशेष के लोगों को कुकर्मी कहती नजर आ रही हैं. वो ये भी कह रही हैं, कि हम जिस जाति से आते उस जाति के लोग शेल्टर होम जैसे मामले को अंजाम नहीं दे सकते. हम तो खेती कर अपना जीवन बिताते हैं. ये सब राजद के लोगों का काम है.
'आरोप सिद्ध हुआ तो राजनीति से ले लूंगी संन्यास'
वायरल वीडियो में मंजू वर्मा ने अपने आप को आरोप मुक्त बताते हुए कहा कि अगर भविष्य में कभी सीबीआई ने उन्हें आरोपी करार दिया तो वो अपने राजनीतिक जीवन से इस्तीफा दे दे देंगी. फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि मंजू वर्मा के जरिए बोला गया यह शब्द जान-बूझकर राजनीतिक फायदे के लिए बोला गया है या फिर किसी अन्य कारण से.
चेरिया बरियारपुर विधानसभा से हैं जदयू प्रत्याशी
बता दें कि जेडीयू ने मंजू वर्मा को इस बार चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है. शेल्टर होम मामले को लेकर मंजू वर्मा का नाम देश के मीडिया में सुर्खियों में रहा. उनके पति शेल्टर होम के आरोपी हैं. इसी मामले को लेकर जब मंजू वर्मा के पैतृक आवास पर छापेमारी की गई थी तो प्रतिबंधित कारतूस बरामद किए गए थे.
ये भी पढ़ेंः JDU का चुनावी शंखनाद: नीतीश कुमार वर्चुअल माध्यम से आज 11 विधानसभाओं में करेंगे रैली
इस मामले में मंजू वर्मा और उनके प्रति चंद्रशेखर वर्मा को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. मंजू वर्मा जेल की सजा काट चुकी हैं. हालांकि मंजू वर्मा के अनुसार उक्त मामले में दोनों पति-पत्नी को आरोप मुक्त कर दिया गया. जबकि उनके पति अभी भी जेल की सजा काट रहे हैं.