बेगूसरायः बिहार में सुशासन बाबू की सरकार सफल शराबबंदी की ढोल पीट रही है. वहीं दूसरी और लगातार बिहार के कोने-कोने से प्रतिदिन शराब की बड़ी खेप जब्त हो रही है. शराब तस्कर गिरफ्तार हो रहे हैं. अधिकतर मामलों में शराब कारोबारी पुलिस की गिरफ्त से दूर रहते हैं. बेगूसराय जिले के मंझौल ओपी पुलिस ने तीन साल से फरार तस्कर को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है.
अप्राथमिकी कारोबारी गिरफ्तार
मंझौल ओपी अध्यक्ष अजीत कुमार के मुताबिक चेरियाबरियरपुर थाना में बिहार मध निषेध एवं उत्पादन के तहत कांड संख्या 190 /17 का अप्राथमिकी अभियुक्त शिवरी निवासी मुकेश कुमार उर्फ लकरुहा की गिरफ्तारी खुफिया तंत्र के सत्यापन के बाद सम्भव हुई है. आपको बता दें कि सोमवार को दिन भर लकरुहा से मंझौल DSP सत्येंद्र कुमार ने भी शराब तस्करी नेटवर्क का पता लगाने के लिए काफी पूछताछ की. लेकिन कुछ जानकारी नहीं मिल पाई. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक लकरुआ क्षेत्र का सबसे बड़ा शराब तस्कर है.
गुप्त सूचना पर शराब बरामद कारोबारी फरार
चेरियाबरियरपुर थाना पुलिस ने क्षेत्र के धर्मपुर गांव से भी 41 कार्टून में कुल 366 लीटर अंग्रेजी शराब को बरामद किया. लेकिन थानाध्यक्ष पल्लव कुमार का कहना है, अन्य कारोबारी मेरे पहुंचने से पहले फरार हो गया. शराब माफिया की पहचान की जा रही है. जल्द ही सलाखों के भीतर भेज दिया जाएगा. आपको बता दें कि ETV भारत ने चेरियाबरियरपुर थाना पुलिस की मिलीभगत से देसी शराब की फैक्ट्री चलाने का पर्दाफाश किया था. जिसके बाद से क्षेत्र के कई इलाकों में बेगूसराय एक्साइज विभाग की टीम छापेमारी कर रही है. रोजाना गिरफ्तारी करते हुए रॉ मेटेरियल को नष्ट किया जा रहा है.