बेगूसरायः बिहार मे शराबबंदी के बाद भी लगातार शराब (Liquor recovered from truck in Begusarai) तस्करों द्वारा शराब की तस्करी का सिलसिला जारी है. हालांकि बिहार पुलिस और उत्पाद विभाग के द्वारा लगातार छापेमारी कर शराब को पकड़ा जा रहा है. इसी कड़ी में बीती रात उत्पाद विभाग की टीम ने लाखो थाना क्षेत्र (lakho police station) के टोल प्लाजा के पास से लावारिस हालत में खड़ी एक ट्रक को जब्त किया है. जिसमें रखी 251 कॉर्टन शराब बरामद की गई. शराब की कीमत तकरीबन 15 लाख आंकी जा रही है.
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शराब की कीमत तकरीबन पंद्रह लाखः पुलिस के मुताबिक खाने के पत्तों की आड़ में छुपाकर यह शराब बेगूसराय में खपाने के लिए लाई गई थी. जिसे पकड़ लिया गया. हालांकि इस दौरान धंधेबाज ट्रक छोड़कर भाग निकले. फिलहाल उत्पाद पुलिस को ट्रक से जब्त कर गाड़ी के कागजात के आधार पर तस्करों की शिनाख्त करने में लगी है. यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर इस शराब को कहां खपाने की तैयारी थी. बरामद शराब की कीमत तकरीबन पंद्रह लाख आंकी जा रही है.
चोरी छिपे लोग पीते हैं शराब ः आपको बता दें कि शराबबंदी के बावजूद लोग चोरी छिपे शराब पी ही रहे हैं. दरअसल 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी के बावजूद भी बिहार में शराबबंदी कानून पूर्ण रूप से लागू नहीं हो पा रहा है. यही वजह है कि जहरीली शराब से विभिन्न जिलों में लोगों की मौतें होती रहती हैं. यह पहली बार नहीं है, जब जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है. आखिर जहरीली शराब से हो रही मौत का जिम्मेदार कौन है. क्या वह शराब माफिया जो जहरीली शराब बेच रहे हैं या वह प्रशासन जिनकी मिलीभगत से शराब जिलों में बेची जा रही है.