बेगूसराय: कई दिनों से बीमार कांग्रेस के बछवारा विधायक रामदेव राय का निधन शनिवार को पटना के एक निजी अस्पताल में हो गया. 6 बार विधायक और एक बार सांसद रहे रामदेव राय कांग्रेस के एक समर्पित कार्यकर्ता थे. राय की पकड़ न सर्फ बिहार की राजनीति में थी, बल्कि देश की राजनीति में भी थी. उनके निधन के बाद कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ गई.
पूरे राजकीय सम्मान के साथ बछवाड़ा के विधायक रामदेव रॉय पंचतत्त्व में विलीन हो गए. बेगूसराय के सिमरिया घाट पर हजारों की संख्या में लोगो ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी. सिमरिया घाट पर रामदेव रॉय के बड़े पुत्र ने मुखाग्नि दी. इस मौके पर बेगूसराय के डीएम अरविंद कुमार वर्मा और एसपी अवकाश कुमार की मौजूद रहे.
रविवार को रामदेव राय का पार्थिव शरीर बेगूसराय के कांग्रेस भवन लाया गया था. जहां बड़ी संख्या में कांग्रेस सहित दूसरे दलों के कार्यकर्ताओं ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी.
'कांग्रेस परिवार आहत'
बिहार प्रदेश कांग्रस के कार्यकारी अध्यक्ष सह विधान पार्षद समीर कुमार सिंह ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजली अर्पित किया. इस मौके में समीर कुमार सिंह ने कहा कि रामदेव राय सादगी के प्रतीक थे. उन्होंने कभी खुद को खास नहीं समझा. आम आदमी की तरह वे कांग्रेस के कार्यकर्ता बने रहे. इनके मौत से पूरा कांग्रेस परिवार आहत है.
वहीं, कांग्रेस नेत्री और बेगुसराय के विधायक अमिता भूषण ने कहा रामदेव राय सादगी और सरलता की पहचान थे. जिनकी मौत से न सिर्फ बेगूसराय, न सिर्फ बिहार बल्कि पूरा राष्ट्रीय कांग्रेस को अपूरणीय क्षति हुई है.