बेगूसराय: जिले में ईटीवी भारत की खबर पर मुहर लगी है. जिला प्रशासन ने उत्तर बिहार की लाइफ लाइन समझी जाने वाली राजेंद्र सेतु पर बड़े और अत्यधिक भार वाले वाहन को चलाए जाने को पूर्ण रूप से रोक लगा दी है. जिला प्रशासन के निर्देश पर पुल के पास गाटर लगाकर बड़ी गाड़ियों को रोकने का प्रबंध किया गया है. वैसे तो इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार को ही हो गई थी, लेकिन मंगलवार से इस पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लागू कर दिया गया.
ईटीवी भारत की खबर पर लगी मुहर
आखिरकार ईटीवी भारत की खबर पर एक बार फिर मुहर लगी है. बीते अगस्त माह को ईटीवी भारत ने राजेंद्र पुल से की जर्जरता से जुड़ी एक खबर प्रसारित की थी. इसमें आशंका जताई थी कि अगर समय रहते सेतु के जीर्णोद्धार का काम और भारी वाहनों के परिचालन पर रोक नहीं लगाई गई तो, इस पर पूर्ण रूप से आवागमन ठप हो जाएगा.
भारी वाहन और बड़े वाहन के परिचालन पर रोक
एनएचएआई ने जिला प्रशासन को लिखित चेतावनी दी है कि अगर इस पर भारी वाहनों और बड़े वाहनों का परिचालन नहीं रोका गया तो पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो सकता है. जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और एनएचएएआई के लिखित पत्र के आधार पर राजेंद्र पुल पर पूर्ण रूप से परिचालन प्रतिबंधित कर दिया गया है. इतना ही नहीं पुल के बगल में लोहे के मोटे-मोटे गार्टर भी लगाए गए हैं ताकि चाह कर भी किसी बड़े वाहन की इंट्री राजेंद्र पुल पर ना हो सके.
भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती
राजेंद्र पुल और जीरो माइल चौक पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. जो बड़े और भारी वाहनों को राजेंद्र पुल पर जाने से रोक रहे हैं. एसडीएम संजीव चौधरी ने बताया कि एनएचएआई के लोगों ने जिला प्रशासन को यह जानकारी दी थी कि पुल पर कई जगह डेंजर जोन बन गए हैं. इसके बाद भी इस पर परिचालन जारी रहा तो पुल को भारी नुकसान हो सकता है. एनएचएआई के पत्र के जवाब में अब इस पुल पर अगले आदेश तक बड़े और भारी वाहनों के परिचालन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा.