बेगूसराय: बेगूसराय में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi in Begusarai) ने कहा कि बिहार में एनडीए पूरी तरीके से मजबूत है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और 2025 तक मुख्यमंत्री रहेंगे. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेकुलर लास्ट सदस्य होगा जो एनडीए से हटेगा. सरकार ठीक से चल रही है तो बीच में डिस्टर्ब करने का कोई औचित्य कहां बनता है. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार का तारीफ में जमकर पुल बांधे. दरअसल, मांझी निजी कार्यक्रम में शामिल होने बेगूसराय पहुंचे थे.
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''मुख्यमंत्री बिहार के विकास के लिए काम कर रहे हैं. जिस बिहार में 4 से 5 घंटे बिजली मुश्किल से आती थी उसी बिहार में अब 22 से 23 घंटे तक बिजली रहती है. हम लोगों को सुपौल किशनगंज जाने में 1 दिन आना और 1 दिन जाने में लगता था. वहीं, अब हम लोग 5 से 6 घंटे में कहीं भी आ जा रहे हैं. शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी विकास हुआ है. बिहार विकास के रास्ते पर है कोई कोई गड़बड़ी नहीं है. जहां तक लॉ एंड ऑर्डर की बात है तो वो पहले से बेहतर है. बिहार में कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है.''- जीतनराम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री
शराबबंदी पर मांझी ने दोहराई अपनी बात: जीतनराम मांझी से जब सवाल किया गया कि शराबबंदी को लेकर एनडीए नीतीश कुमार पर हमला करता रहा है. इस पर उन्होंने मीडिया पर ही सारा दोष देते हुए कहा कि आप लोग टीआरपी बढ़ाने के लिए बात को ट्विस्ट कर देते हैं. हाल ही में हमने मुख्यमंत्री को एक मेंमेंटो पेश किया है, जिसमें हमने कहा है कि मद्य पान बहुत खराब चीज है. हर बुराई की जड़ शराब है. हम मुसहर जाति से आते हैं हम जिस घर में पैदा हुए वहां शराब बनती थी. हमारे माता-पिता शराब पीते थे, लेकिन आज हम 78 वर्ष के हो गए हैं आज तक एक घूंट भी शराब को मुंह में नहीं लगाया है.
हां, हम यह जरूर कह रहे हैं कि शराबबंदी के नाम पर जो पदाधिकारी हैं और जो नीचे तबके के लोग हैं वो शराब बंदी के नाम पर हाथ साफ कर रहे हैं. हम उसका विरोध करते हैं लेकिन हम मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं कि मुख्यमंत्री ने महसूस किया कि शराब में नीचे के अधिकारी लोग गलत करते हैं, जिसके कारण शराब बंदी कानून पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि एक सशक्त और सक्रिय पार्टी में यह नहीं होना चाहिए कि एक व्यक्ति जो कह दे वही मान्य है. यहीं पर मतभेद हो सकता है मनभेद नहीं.
'शराब की जगह पीना चाहिए नीरा': मांझी ने एक बार फिर से दोहराया कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं और 2025 तक मुख्यमंत्री रहेंगे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ताड़ी का परिष्कृत रूप नीरा है. हम इसे पौष्टिक मानकर पीते हैं इसमें कोई नशा नहीं होता है. नीरा का स्वाद भी मीठा होता है. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को नीरा पीना चाहिए, जिससे इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को सामंजस्य हो सके.
तेजप्रताप के आरोपों को किया खारिज: उन्होंने तेज प्रताप के उस आरोप का खंडन किया, जिसमें उन्होंने मांझी के द्वारा उनके खिलाफ साजिश रचने की बात कही. उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है उनके द्वारा दी गई इफ्तार पार्टी में दोनों ही भाई आए थे और अगर कोई गिला शिकवा होता तो वह नहीं आते. हम दोनों में कोई गिला शिकवा नहीं है. वहीं, तेजस्वी यादव के द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार के शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पर्व त्यौहार होता ही है, इसलिए किसी का किसी से कोई कटुता हो तो इस बहाने लोग एक दूसरे से मिलजुल ले. राजनीति और पर्सनल लाइफ में कहीं भी शत्रुता इतनी नहीं होनी चाहिए कि बात करने का रास्ता बंद हो जाए, एक रास्ता खुला रखना चाहिए कि जिससे बात करने का एक मौका बना रहे. उन्होंने नीतीश कुमार के इफ्तार पार्टी में शामिल होने की तारीफ की.
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