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पुत्र की मौत के आठवें दिन पिता चल बसे, बेटे को दी थी मुखाग्नि, सदमे में परिवार

बेगूसराय के धरमपुर गांव में पुत्र की मौत के आठवें दिन पिता की मौत हो गई. पिता ने ही कोरोना से हुई बेटे को मुखाग्नि दी थी. वहीं, पूरा परिवार सदमे में है.

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Published : May 14, 2021, 2:57 AM IST

सदमें में परिवार
सदमें में परिवार

बेगूसराय: गढ़पुरा पंचायत के धरमपुर निवासी 33 वर्षीय कोरोना संक्रमित सुनील की मौत का गम पिता लक्ष्मी वर्मा बर्दाश्त नहीं कर पाये. पुत्र की मौत के आठवें दिन गुरुवार को खुद भी प्राण त्याग दिए.

यह भी पढ़ें: कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन...बेगूसराय में फंसे दूल्हा-दुल्हन...बारातियों को भी पुलिस ने रोका

6 मई को कोरोना संक्रमित पुत्र की हुई थी मौत
बताया गया कि 64 वर्षीय लक्ष्मी वर्मा का मंझला पुत्र सुनील कोरोना पॉजिटिव हो गया था. इस दौरान करीब चार लाख रुपये से भी अधिक उसके इलाज पर खर्च हुआ था. बावजूद सुनील की मौत 6 मई को इलाज के दौरान बेगूसराय के निजी अस्पताल में हो गई.

पिता ने दिए थे पुत्र को मुखाग्नि
इसके बाद सुनील का मुखाग्नि भी पिता लक्ष्मी वर्मा ही दिये थे. अपने पुत्र के कर्म से पहले ही पिता की अचानक हुई मौत से परिवार के लोग पूरी तरह टूट चुके हैं. वहीं, गांव में दहशत का माहौल दिख रहा है. मृतक का छोटा पुत्र सुशील ने बताया कि भाई के मौंत के बाद पिता ही मुखाग्नि दिये थे. घटना के बाद से ही वह काफी चिंतित थे. बावजूद उनके कर्म की तैयारी चल रही थीं.

अचानक पिता के सीने हुई थी दर्द, 2 मिनट में हो गई मौत
बताया जा रहा है कि सबकुछ ठीक था. नित दिन की तरह गुरुवार सुबह भी शौचालय के बाद फ्रेस होकर कुछ लोगों से बात कर घर के अंदर गये. इसी बीच बेड पर लेटने के बाद सीने में दर्द की बात कहकर पुकारते हुए गिरे और महज दो मिनट के भीतर ही दम तोड़ दिया. घटना की जानकारी पाकर सीपीआई खेमयू के जिला महामंत्री राजेंद्र सहनी ने स्व० वर्मा के पार्थिव शरीर पर सीपीआई का झंडा चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दिया.

बेगूसराय: गढ़पुरा पंचायत के धरमपुर निवासी 33 वर्षीय कोरोना संक्रमित सुनील की मौत का गम पिता लक्ष्मी वर्मा बर्दाश्त नहीं कर पाये. पुत्र की मौत के आठवें दिन गुरुवार को खुद भी प्राण त्याग दिए.

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6 मई को कोरोना संक्रमित पुत्र की हुई थी मौत
बताया गया कि 64 वर्षीय लक्ष्मी वर्मा का मंझला पुत्र सुनील कोरोना पॉजिटिव हो गया था. इस दौरान करीब चार लाख रुपये से भी अधिक उसके इलाज पर खर्च हुआ था. बावजूद सुनील की मौत 6 मई को इलाज के दौरान बेगूसराय के निजी अस्पताल में हो गई.

पिता ने दिए थे पुत्र को मुखाग्नि
इसके बाद सुनील का मुखाग्नि भी पिता लक्ष्मी वर्मा ही दिये थे. अपने पुत्र के कर्म से पहले ही पिता की अचानक हुई मौत से परिवार के लोग पूरी तरह टूट चुके हैं. वहीं, गांव में दहशत का माहौल दिख रहा है. मृतक का छोटा पुत्र सुशील ने बताया कि भाई के मौंत के बाद पिता ही मुखाग्नि दिये थे. घटना के बाद से ही वह काफी चिंतित थे. बावजूद उनके कर्म की तैयारी चल रही थीं.

अचानक पिता के सीने हुई थी दर्द, 2 मिनट में हो गई मौत
बताया जा रहा है कि सबकुछ ठीक था. नित दिन की तरह गुरुवार सुबह भी शौचालय के बाद फ्रेस होकर कुछ लोगों से बात कर घर के अंदर गये. इसी बीच बेड पर लेटने के बाद सीने में दर्द की बात कहकर पुकारते हुए गिरे और महज दो मिनट के भीतर ही दम तोड़ दिया. घटना की जानकारी पाकर सीपीआई खेमयू के जिला महामंत्री राजेंद्र सहनी ने स्व० वर्मा के पार्थिव शरीर पर सीपीआई का झंडा चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दिया.

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