बेगूसराय: जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी है. जिससे अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. इसके साथ ही डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा को भी अघोषित रूप से ठप कर दिया है. डॉक्टर जिला प्रशासन के खिलाफ खुले तौर पर बिगुल फूंक रहे हैं, जिसका खामियाजा शुक्रवार को एक बच्चे को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा. वहीं, सैकड़ों की संख्या में गरीब तबके के रोगी भी इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं.
निजी क्लीनिक में इलाज कराने को विवश हैं मरीज
बता दें कि बेगूसराय सदर अस्पताल में डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार का आज तीसरा दिन है और बड़ी संख्या में मरीज इधर-उधर भटकने और निजी क्लीनिक में इलाज कराने को विवश हैं. दरअसल 20 अगस्त को नगर थाना क्षेत्र के तेलिया पोखर में एक युवक डूब गया था और परिजन उसे सदर अस्पताल में लेकर आए थे. लेकिन डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया था. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया. इसके साथ ही परिजनों ने चिकित्सकों के साथ गाली गलौज भी की.
इस दौरान चालू रहेंगी आपातकालीन सेवाएं
चिकित्सकों का आरोप है कि उस वक्त नगर थाने की पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ते हुए चिकित्सकों पर मामला दर्ज कर दिया था. इसी के विरोध में सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार कर रखा है. चिकित्सकों का कहना है कि जब तक जिला प्रशासन और सरकार के चिकित्सकों को पूर्ण सुरक्षा की गारंटी नहीं देगी, चिकित्सक कार्य बहिष्कार करते रहेंगे. इस दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी.
'अधिकारी नहीं कर रहे कोई कार्रवाई'
डॉक्टर्स की हड़ताल से सदर अस्पताल में त्राहिमाम की स्थिति है. इसके बावजूद अधिकारी इस दिशा में कारगर कदम नहीं उठा रहे हैं. बहरहाल चिकित्सक फिलहाल हड़ताल पर हैं और गरीब मरीज और उनके परिजन हलकान हैं. अब देखना होगा कि डॉक्टर्स की हड़ताल और कितनी मरीजों की जान लेगी.